जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
देश भर में शिक्षा के लिए जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान जिला स्तर की शिक्षा संस्थाएं हैं, जिनकी भारत सरकार द्वारा जिला स्तर पर स्थापना की गई है। ये जिला स्तर पर सरकारी समन्वय और कार्यान्वयन में मदद करती हैं। रायगढ़ जिले में धरमजयगढ़ में एक मात्र डाइट की स्थापना है। जहां दूरदराज से ट्रेनिंग के लिए प्रशिक्षु शिक्षक आते हैं। यह भी कि बीच में कई बार धरमजयगढ़ से इस संस्था को रायगढ़ मुख्यालय में स्थापित करने की मांग की गई। लेकिन स्थानीय लोगों के द्वारा इस मांग का विरोध किया गया और संस्था यथावत रही। अब विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संस्था को मिलने वाले सरकारी फंड के आबंटन एवं उन राशियों के व्यय का लेखा जोखा के संबंध में स्टॉफ के बीच मनमुटाव की स्थिति है। बताया जा रहा है कि जिम्मेदार चाहते हैं कि आवक जावक का रिकॉर्ड अपडेट रहना चाहिए ताकि उन पर कोई आंच न आए। वहीं, दूसरा पक्ष इस बात से सहमत नहीं है। इसके अलावा सूत्रों ने बताया कि हॉस्टल चार्ज के नाम पर ली जाने वाली फीस का भी कोई रिकार्ड संधारित नहीं किया जा रहा है। खबर यह भी है कि इस बारे में दोनों पक्षों में कहासुनी भी हुई है। बहरहाल, क्षेत्र का गौरव माने जाने वाले इस संस्था के अंदरखाने इस तरह की कथित भ्रष्टाचार की गतिविधियों को अंजाम देने की बात निश्चित तौर पर संस्था की छवि को धूमिल करने का कारण बन सकती है। अगर संस्थान के लेखा पंजी संधारण का स्वतंत्र इकाई से जांच कराई जाए तो वित्तिय अनियमितता का मामला उजागर होने की शत प्रतिशत संभावना जताई जा रही है।