जोहार छत्तीसगढ़-सक्ति।
गोबर और गौमूत्र खरीदने वाला देश में एक मात्र छत्तीसगढ़ प्रदेश है, जो प्रदेश वासियों से गोबर-गौमूत्र खरीदी करते हंै। लेकिन विडंबना है कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के अधिकारी-कर्मचारी ही इस योजना का बंठाधार करने में तुले हुए हैं। आज हम बात करने जा रहे हैं सक्ति जिले की इस जिले की एक बेटी गोबर-गौमूत्र बेचने के लिए अधिकारियों के दफ्तर की चक्कर काट-काट कर थक गई है। लेकिन गांव की इस गरीब बेटी की गोबर खरीदने वाला कोई नहीं है। ग्राम पंचायत सकरेली कला की रीना साहू अपने घर में 60 से 70 गायों से उत्पन्न होने वाले गोबर तथा गोमूत्र को बेचने के लिए भटक रही है। शासन-प्रशासन से उसे किसी भी प्रकार की मदद नहीं मिल रही है। लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट कर हताश हो चुकी है। रीना साहू अन्य महिलाओं के लिए एक मिशाल है क्योंकि वह साठ से सत्तर गायों की निस्वार्थ भाव से सेवा करती है और घर से उत्पन्न होने वाले गोबर तथा गोमूत्र से अपनी आजीविका चलाना चाहती थी लेकिन शिवाय हताशा और निराशा के उसे कुछ भी हाथ नहीं लगा है।
जाओ तुम्हारा गोबर भूपेश बघेल खरीदेगा
ग्राम पंचायत में सरपंच डमरु साहू एवं सचिव उसे हमेशा बैरंग लौटा देते हैं रीना साहू ने यहां तक सरपंच पर आरोप लगाया है कि उसने उसके साथ दुव्र्यवहार करते हुए कहा है कि तुम्हारे यहां का गोबर अब प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जाकर खरीदेंगे उसके अलावा और कोई खरीदी नहीं करेगा। इस प्रकार के जिम्मेदार प्रतिनिधि यदि ऐसे होंगे तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में गोमूत्र तथा गोबर खरीदी की क्या स्थिति है।
फरियाद लेकर पहुंची कलेक्ट्रट
बुधवार को कलक्ट्रेट पहुंचे रीना साहू ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मांग किया है कि उसके यहां उत्पन्न होने वाले गोबर तथा गौ मूत्र की खरीदी तत्काल की जाए ताकि वह अपनी आजीविका चला सकें। लगातार देखने को मिल रहा है रीना साहू गोबर खरीदी के मुद्दे को लेकर मुखर है और वह प्रदेश सरकार तक से गुहार लगा चुकी है कि उसकी गोबर खरीदी की जाए। विडंबना ही कहे कि आज तक प्रशासन आंखें मूंदे हुए हैं।