जोहार छत्तीसगढ़-छाल।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर छाल एसईसीएल मेन गेट के सामने धरना प्रदर्शन करने के मामले में प्रबंधन की ओर से की गई शिकायत पर पुलिस ने युवा कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्ष ईश्वर साहू, जो छाल एसईसीएल के विधायक प्रतिनिधि भी हैं, सहित कुल 7 नामजद लोगों व ग्राम लात के अन्य भू-विस्थापित ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस ने संबंधित विभिन्न कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में एसईसीएल के सुरक्षा उपनिरीक्षक ने छाल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कि गत 8 दिसम्बर से प्रदर्शनकारियों के द्वारा मेन गेट के सामने धरना देते हुए कोयले का परिवहन रोक दिया गया है। शिकायत में कहा गया है कि कोयला सम्प्रेषण बाधित होने के कारण भारी नुकसान पहुंचा है। प्रार्थी के अनुसार प्रतिदिन करीब 11 हजार टन कोयले का नुकसान हो रहा है। जिसकी कीमत लगभग 37 करोड़ रुपए के आसपास है। प्रार्थी ने शिकायत में कहा है कि प्रदर्शनकारियों के द्वारा स्थानीय प्रशासन से धरना प्रदर्शन व रैली किए जाने की अनुमति ली है लेकिन काम बंद व कोयले का परिवहन बंद करने का उल्लेख कहीं नहीं किया गया है। इस तरह प्रदर्शनकारियों के द्वारा बलपूर्वक अवैध रूप से कोयला परिवहन का काम बंद करा दिया गया है। जिसके कारण अब तक कोयला परिवहन ठप्प हो गया है। प्रार्थी ने शिकायत में कहा है कि ग्रामीणों के द्वारा आबादी जमीन के एवज में नौकरी की मांग की जा रही है। जो कि अवैध है। प्रार्थी ने अपनी रिपोर्ट में प्रदर्शन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है जिससे कोयले का परिवहन शुरू हो सके। वहीं मामले की शिकायत पर छाल थाने में 7 नामजद व अन्य भू-विस्थापित ग्रामीण आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इधर एफआईआर दर्ज होने के बाद भी ग्रामीणों के द्वारा धरना प्रदर्शन जारी है।