जोहार छत्तीसगढ़-खरसिया।
औद्योगिक जिले रायगढ़ में शासन-प्रशासन की नाक के नीचे शासकीस भूमि पर अवैध कब्जा किये जाने का मामला लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। ऐसे ही धर्म नगरी खरसिया भी इन भू-माफि याओं के कारनामों से अछुता नहीं है।। और मजेदार बात यह है कि यह सब कारनामा जिम्मेदार अधिकारियों के नाक के नीचे अंजाम दिया जा रहा है और शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी मूक दर्शक बन तमाशा देख रहे हैं।
ताजा मामला खरसिया के ठाकुरदिया क्षेत्र में स्थित कृषि उपज मंड़ी के पीछ़े स्थित शासकीय भूमि का है जिसमें किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा सीमेंट खम्भा गाड़ कर अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। जिस पर रोक लगाने नगर भाजपा ने जिला कलेक्टर और खरसिया एसडीएम को आवेदन दिया है।
क्या अधिकारियों की नहीं है जिम्मेदारी
नगर में इन दिनों शासकीय भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने वालों की बाढ़ सी आई हुयी है नगर का कोई भी वाडऱ् अथवा मोहल्ला इन भू-माफि याओं के कहर से अछूता नहीं है। लेकिन मजाल है कि किसी जिम्मेदार अधिकारी अथवा कर्मचारी ने इनकी ओर आंख उठा कर भी देखा हो। अगर किसी ने शिकायत कर भी दी तो अधिक से अधिक नोटिस भेज कर अपने कर्तव्यों की इति श्री कर ली जाती है जिससे एैसा प्रतीत होता है कि शासन प्रशासन की शह पर ही इन सब कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है। जबकि एैसे अवैध कब्जाधारियों पर कार्यवाही करने के लिये किसी शिकायत की आवश्यकता ही नहीं होती है। लेकिन शिकायत के बाद भी कार्यवाही न किया जाना इस बात का प्रमाण है कि जिम्मेदार अधिकारियों की मिली भगत से ही इन कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है।