जोहार छत्तीसगढ़-लैलूंगा।
विधायक चक्रधर सिंह सिदार की बढ़ती लोकप्रियता से बेचैन भाजपा को कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने बिना जानकारी के झूठा स्वांग रचने के लिए अपने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत को सडक़ निर्माण की मांग को लेकर पदयात्रा के लिए लगा दिया और वह हमेशा विरोध की राजनीति के लिए सुर्खियों में रहने का महारत हासिल किए हुए है। पाठक गणों आपको यह बताना नितांत आवश्यक है। यह जिस सडक़ के लिए पदयात्रा कर रहे हैं वह सडक़ हमारे जनप्रिय विधायक चक्रधर सिंह सिदार के द्वारा संचालक मंडल की तेइसवी बैठक में 8 सितंबर 2021 को ही प्रशासकीय स्वीकृति करा ली है। जिसका प्रमाण युंका अध्यक्ष रोशन पंडा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए दिया। यहां यह भी कहना उनके लिए अतिशयोक्ति नहीं होगी। कि नाच न जाने आंगन टेढ़ा जब इनके द्वारा किसी भी सकारात्मक कार्य का विरोध किया जाता है
तो उनकी कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है विरोध तो करते हैं विरोध करने के बाद मुद्दा कहां गायब हो जाता है उसका पता ही नहीं चलता आपको बताते चलें कोरोना काल के दरमियान केराबहार पंचायत में इन्होंने मनरेगा के कार्यों पर सवाल उठाए फि र इनको कहां से संतुष्टि या ऑक्सीजन मिला यह खोज का विषय है इन्होंने कुछ दिन पहले हमारे खाद्यान्न वितरण प्रणाली में जो हितग्राहियों को खाद्यान्न दिया जाता है उस पर भी सवाल उठाए थे। जब विक्रेताओं के द्वारा इन्हें सही जानकारी दी गई। तब ये फेसबुक पर माफी भी मांग ली है हमेशा बिना प्रमाणिक जानकारी के किसी बिंदु पर सवाल खड़े कर देना उनका पुराना ढर्रा रहा है। हमारे लोकप्रिय विधायक चक्रधर सिंह सिदार के द्वारा अनगिनत जनहित के कार्य कराए गए उसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लैलूंगा में उन्होंने नवनिर्मित स्वास्थ्य केंद्र का भी निर्माण कराया जिसमें सभी जनों को सर्व सुविधा युक्त इलाज मिल सके विधायक की सकारात्मक सोच का परिणाम है उस वक्त भी इन्होंने इसमें विरोध करके अस्पताल के निर्माण कार्य में काफ ी व्यवधान पैदा करने की कोशिश की लेकिन अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हुए इनकी विरोध करने की मनगढ़ंत कहानी की बहुत लंबी फेहरिस्त है भी जब अच्छा काम होता है चाहे वह कोई समाज हो चाहे वह कोई राजनीतिक दल के द्वारा अच्छे कार्य किए जाते हैं उसका विरोध करने में कभी पीछे नहीं हटते जानकारी के लिए आपको बताते चलें की इन्होंने कई बार समाज को भी तोडऩे का प्रयास किया इसका ज्वलंत उदाहरण अभी इन्होंने जो डीलिस्टिंग के लिए आंदोलन खड़ा किया था। जिसके जिसमें पूरे जिले में हमारे कांग्रेस के युवा चेहरा महेंद्र सिदार ने इसका कड़ा विरोध दर्ज कराया था भाजपा ने जिनको सर आंखों में बिठा रखा है उतने स्वक्ष और धवल छवि के नहीं है इनके प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत पर भाजपा भी क्या करें मजबूरी है उनके पास कोई भी युवा आदिवासी चेहरा नहीं है।