जोहार छत्तीसगढ़-कोरिया।
चैनपुर इलाके में संचालित ए.के इंस्टीट्यूट आफ नर्सिंग कालेज अपने संचालित होने के बाद से कई बार सुर्खियों में रहा है। कभी यहां की छात्राये प्रशासन तक अपनी बात लेकर पहुंचती है तो कभी पुलिस थाने तक। छात्राओं की शिकायत पर एक बार एसडीएम ने कॉलेज पहुंचकर जांच भी की थी उस समय यहां राशन का चावल मिला था। एक बार फि र यह कालेज विवादों में है जिस पर छात्राओं और परिजन ने कई आरोप लगाए है। कालेज प्रबंधन आरोपो को गलत बता रहा है तो वही कलेक्टर जांच रिपोर्ट आने पर कार्यवाही करने की बात कह रहे है। कलेक्टर कार्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर संचालित ए.के. इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कालेज में कई तरह की अव्यवस्था और मनमानी सामने आई है। यहां पढऩे वाली छात्राओ और उनके परिजनों ने जो आरोप लगाए है उसके अनुसार यहां मनमानी चल रही है। छात्राओं की अगर माने तो वह इस कॉलेज में पढऩा नही चाहती बावजूद इसके उनके बिना हस्ताक्षर के परीक्षा फार्म भर दिए गए। इतना ही नही कालेज में जमा उनके ओरिजनल दस्तावेज देने के लिये उनको परेशान किया गया और टीसी देने के लिये घुमाया गया। तबियत खराब होने पर दो महीने के लिये अनुपस्तिथ होने पर प्राचार्य द्वारा पच्चीस हजार रुपए की मांग की गई साथ ही हॉस्टल का पैसा जमा नहीं करने पर परीक्षा में नही बैठने दिया गया।
इस कॉलेज में बीएससी नर्सिंग और जीएनएम का कोर्स कराया जाता है। जानकारी के अनुसार यहाँ करीब सौ छात्राएं है जिनमे से चालीस के आसपास हॉस्टल में रहती है। हालांकि जांच करने जब तहसीलदार और थाना प्रभारी पहुँचे तो हर महीने का रजिस्टर ही मेंटेन नही था वही फ ीस जमा नहीं कर पाने वाली एक छात्रा के कपड़े तक हॉस्टल में रख लिए जाने की बात आई। पुलिस और प्रशासन के लोगो ने छात्राओं और परिजन से बात की तब पेंड्रा भरतपुर और राजनगर इलाके से आई छात्राओं को अपनी मौजूदगी में टीसी और ओरिजनल दस्तावेज दिलवाये गये वही मुख्य मार्ग से इस कॉलेज तक पहुचने में भी छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। चिकनी मिट्टी के कारण सडक़ की हालत खराब हो गई है जिससे दिक्कत होती है। इसके अलावा यहां नहाने के लिये गंदा पानी आने टंकी की सफाई नहीं होने, पर्याप्त पानी नहीं मिलने,हॉस्टल के एक रूम में पंद्रह से बीस छात्राओं को रखने और हॉस्टल में भोजन की गुणवत्ता सही नहीं होने की बात भी सामने आई है। अब इस मामले में कलेक्टर पी एस ध्रुव जांच प्रतिवेदन आने के बाद कार्यवाही की बात कह रहे है वही कालेज के सहायक संचालक गोपाल सिंह छात्राओं द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह गलत बता रहे है। उनका कहना है कि नही पढऩे वाली छात्राएं ऐसा कह रही है।