जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ से पश्चिमोत्तर दिशा में सात किलोमीटर की दूरी पर कल-कल बहती मांड नदी के तट पर पहाड़ीयों में विराजमान मां भगवती लाखों श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है। यह मंदिर सदियों पुरानी बताई जाती है। इस मंदिर का निर्माण तात्कालिक उदयपुर राजा ने करवाया है। बताया जाता है कि मंदिर बनने से पूर्व माता रानी का पूजा-अर्चना मांड नदी स्थित पंसारी दरहा में होता था। बाद में उदय केंवट नामक मछली पकडऩे वाले के जाल के माध्यम से माता रानी दरहा से उपर आईं और तब से माता रानी का पूजा ऊपर में होने लगा। मां भगवती मंदिर अंम्बेटिकरा सिद्ध शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है। यहां चैत्र एवं शारदीय दोनों नवरात्रों में मनोकामना पूर्ति हेतु ज्योति कलश प्रज्वलित किये जाते हैं। इसी तरह प्रति दिन भोग भंडारे का आयोजन भक्त जनों के सहयोग से समिति द्वारा किया जाता है। प्रत्येक नवरात्र में हजारों की संख्या में भक्तगण मनोकामना पूर्ति हेतु ज्योति कलश प्रज्वलित कराते हैं। ज्योति कलश प्रज्वलित कराने वाले अन्य जिलों एवं प्रांतो के श्रद्धालुगण भी होते हैं। पिछले चैत्र नवरात्र में चौदह सौ मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित कराये गये थे। बढ़ती संख्या को देखते हुए मां भगवती मंदिर अंबेटिकरा धरमजयगढ़ में एक और ज्योति कलश भवन का निर्माण किया जा रहा है जो कि पूर्णता की ओर है। इसी तरह कई निर्माण कार्य जनसहयोग से चल रहा है।आप भी यथाशक्ति सहयोग कर अपना नाम शिलालेख में अंकित करा सकते हैं।अब तक जो सहयोग प्राप्त हुआ है सम्मानीय समरेंद्र नाथ मुखर्जी पचकौड़ी मामा, धरमजयगढ़ की ओर से 500000 रुपए पांच लाख भवन हेतु। अन्य निर्माण कार्य हेतु 100000 रूपए एक लाख प्राप्त हुआ है। सम्मानीय अधिवक्ता किशोर सिंह एवं परिवार धरमजयगढ़ की ओर से 31000 रुपए इक्तीस हजार। सम्मानीय के के विंद बालको कोरबा की ओर से 31000, रुपए इक्तीस हजार प्राप्त हुआ है। सत्येन्द्र गुप्ता बरतापाली धरमजयगढ़ से 3100 रूपए इक्तीस सौ प्राप्त हुआ है। सम्मानीय भोगीलाल एवं परिवार की तरफ से 5100 रुपए इन्कावन सौ प्राप्त हुआ है। भवन में संपूर्ण विद्युतीकरण कार्य सामाग्री सहित गोयल इलेक्ट्रॉनिक के संचालक पंकज गोयल की सौजन्य से। शिशुपाल गुप्ता जी के तरफ से 5100 रुपए इन्कावन सौ प्राप्त हुआ है। सम्मानीया सुनीता जितेंद्र मिश्रा नीचेपारा धरमजयगढ़ वर्तमान पता हिमाचल प्रदेश की तरफ से 21000 रुपए इक्कीस हजार प्राप्त हुआ है। बजरंग अग्रवाल नीचेपारा धरमजयगढ़ की तरफ से 5100 इनकावन सौ रुपये प्राप्त हुआ है। हरिश्चंद्र अग्रवाल एवं परिवार नीचे पारा धरमजयगढ़ की तरफ से 121000 एक लाख इक्कीस हजार रुपए का सहयोग प्राप्त हुआ है। स्वर्गीय मुनूसिंह ठाकुर की स्मुति में नीलमणि सिंह ठाकुर शाहपुर द्वारा 10000 दस हजार रुपए प्राप्त हुआ है। स्वर्गीय जयकिशन नायक की स्मृति में पिता राम कुमार नायक निवासी बार बरमकेला द्वारा 3100. का सहयोग प्राप्त हुआ है। हाटी वाले राधे अग्रवाल एवं परिवार की तरफ से 51000. रुपए का सहयोग प्राप्त हुआ है। माता रानी समस्त भक्तों का मनोकामना पूर्ण करें।