जोहार छत्तीसगढ़- धरमजयगढ़।
विगत कई वर्षों से बदहाल सड़क की मार झेल रहे धरमजयगढ़ की जनता अब सड़क पर उतरेगी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को आर्थिक नाकेबंदी के लिए ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमें 29 अगस्त से शहर के मुख्य सभी दिशाओं के मुख्य मार्ग में आर्थिक नाकेबंदी करने की बात कही गई है। धरमजयगढ़ से गुजरने वाली किसी भी मार्ग में पैदल तक चलना दूभर हो गया है। ऐसे में ओवर लोड चलती कोयला गाड़ी धरमजयगढ़ की जनता के लिए जले में नमक छिड़कने का काम कर रही है। इन ओवर लोड कोयला गाड़ियों के कारण बची खुची सड़क भी बड़े बड़े गड्ढ़ों में परिवर्तित हो गई है। ऊपर से इन गाड़ियों से गिरते कोयले की टुकड़ो से फैलते प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। जिसके लिए कोयला वाहनों को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक शहर में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की गई है। बता दें कि जिस खदान से प्रेमनगर साइडिंग में कोयला आ रही है उस खदान के पास से ही रेलवे लाइन गुजरा है। वहां साइडिंग नहीं बनाकर इतनी दूर कोयला की ढुलाई कर रहे हैं। धरमजयगढ़ क्षेत्र में सड़कों की हाल सुनकर अब बाहर से कोई भी यहां आने को हिचकिचाता है। जब भी कोई धरमजयगढ़ के बारे में पूछता है तो सबसे पहले यहां के सड़कों के हाल के बारे में पूछता है। धरमजयगढ़ अब खराब सड़कों के कारण पूरे प्रदेश में जाना जाने लगा है। विधायक, सांसद, मंत्री भी यहां के सड़कों के कारण अपनी रस्ता बदलकर चलते हैं।
खराब सड़कों में एक कारण बीस वर्षों से जमे इंजीनियर को भी बताया जिम्मेदार
धरमजयगढ़ की जनता की ओर से सौंपी गई ज्ञापन में बीस वर्ष से जमे लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर को भी जिम्मेदार बताया गया है। जिनके द्वारा भ्रष्टाचार कर घटिया सड़क निर्माण को सहमति दी जाती है। बता दें कि अभी भी जिस कंपनी द्वारा सड़क निर्माण किया जा रहा है। वह भी पूरी तरह घटिया निर्माण को अंजाम दे रहा है। क्योंकि एक पाइप को बनाए तीन महीने हुए हैं और तीन बार क्रेक हो चुका है। जब इंजीनियर तक यह बात पहुंची तो उसे सीमेंट के घोल से पोताई कर ढक दिया गया है। धरमजयगढ़ की जनता को लग रही होगी कि अभी जो सड़क बन रही है तो कुछ वर्षों के लिए अच्छी हो जाएगी तो यह सिर्फ सपना ही होगा क्योंकि सड़क निर्माण में अधिकारियों के सह पर भ्रष्टाचार किया जा रहा।