महेंद्र साहू,जोहार छत्तीसगढ़।
धरमजयगढ़। धरमजयगढ़ ब्लॉक के चंद्रशेखरपुर में सरकारी जमीन, कोटवारी जमीन, आबंटन जमीन का रजिस्ट्री कर शासन को चुना लगाने वाले का नाम होगा जल्द उजागर। चंद्रशेखरपुर में धीरे धीरे शासकीय भूमि गायब होती जा रही है जिसका खुलासा जल्द होगा। गांव के ही कुछ भू-माफियाओं ने शासकीय आबंटन जमीन व कोटवारी जमीन को पटवारी और अधिकारी के साठ गांठ से अपने नाम कर कर बेच कर रजिस्ट्री भी हो गई। जबकि न ही कोटवारी जमीन और आबंटन जमीन की रजिस्ट्री होती है ना ही उसे बेच सकते हैं। मगर गांव के भू- माफियाओं ने मिली भगत से शासकीय जमीन को बेच कर रजिस्ट्री कर दिया गया है। जिसकी शिकायत कलेक्टर को की जाने की तैयारी हो रही है। और आरोपियों पर एफआईआर की मांग को लेकर बड़े अधिकारी से मांग की रणनीति तैयार की जा रही है। बता दें हाई स्कूल के पास करीबन 7 एकड़ शासकीय भूमि थी जिसको शासन ने कोटवारी और निवास के लिए आबंटन दिया था। जिसको पुराने छेदुराम साहू पटवारी के कार्यकाल में सांठ गांठ से गांव के ही परमेश्वर पटेल व लोकनाथ पटेल ने पटवारी व उस समय के तात्कालिक तहसीलदार से सांठगांठ से अपने नाम कर आबंटन भूमि को बेच कर रजिस्ट्री भी कर दिया। जिसकी उच्च स्तरीय जांच के लिए स्थानीय लामबंद हो रहे युवा नेता नवल राठिया ने बताया कि हमारे ग्राम चंद्रशेखरपुर से शासकीय जमीन ऐसे गायब हो गई जैसे कि जादू से जादूगर कोई चीज गायब करता है। मगर अब इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग उठ रही है जल्द ही कलेक्टर व न्यायालय में इसकी अर्जी की जाएगी और दोषियों पर कार्यवाही होते तक लड़ाई लड़ेंगे।