पी.डी.मानिकपुरी, जोहार छत्तीसगढ़।
पंडरिया। पंडरिया कबीरधाम 1998 बैच के स्वास्थ अधिकारी डॉ बीएल राज जो कि अपने उल्लेखनीय और सराहनीय सेवा के लिए क्षेत्र में जाने जाते हैं। खासकर आदिवासी क्षेत्र में इनके समर्पण निस्वार्थ ईमानदारी की चर्चा होती है, क्योंकि डॉक्टर स्वयं उन्हीं के बीच के एक आदिवासी अफ सर हैं, और वनांचल क्षेत्र के 84 गांवों में निरंतर वर्षों से वहां पहुंचकर जहां दो पहिया वहां भी बड़ी मुश्किल से पहुंच पाती है, वहां डॉ. ईमानदारी से बैगा आदिवासियों के लिए अब तक सेवा देते आयें हैं, इनकी कार्यों की जानकारी लेने मीडिया टीम वनांचल दुर्गम ग्रामों में पहुंचकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इकट्टे किये आदिवासी बैगाओं का कहना है की डॉ राज एक शांत स्वभाव व योग्य, अनुभवी अधिकारी हैं, जिन पर कभी कोई आरोप नहीं लगा और अपनी ड्यूटी को बहुत ही शालीनता व ईमानदारी से करते हुए गरीब आदिवासी बैगाओं के निस्वार्थ सेवा में उनकी सेवा समर्पण उल्लेखनीय कार्यों को अनदेखा करते हुए आखिर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा उन्हें पदोन्नति देने के बजाय उनकी अवनति डिमोशन कर दी गई आदिवासी बैगाओं का कहना है की डॉ राज को प्रोमोशन देने के बजाय उन्हें डिमोशन करने के पिछे आखिर ऐसे कौन सी मजबूरी थी रही होगी। आदिवासी बैगा उन्हें पुन: वापसी ससम्मान ब्लाक मेडिकल आफि सर के पद पर देखना चाहते हैं ताकि उनके सुध लेने वाला उन्हीं के समाज का आदिवासी अफ सर जिनके साथ अन्याय किया गया है पुन: ब्लाक चिकित्सा अधिकारी के पद पर भेजने का छत्तीसगढ़ शासन से गुहार लगा रहें हैं। डॉ. राज के उल्लेखनीय सेवाएं को देखकर राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा उन्हें विभिन्न पुरस्कार से नवाजा गयाजैसे 2016 टाईम्स आफ इण्डिया सर्वे के अनुसार डॉ राज को सर्वश्रेष्ठ 10 डाक्टरों में एवार्ड प्राप्त किये,ग्रामीणों क्षेत्रों में गर्भवती माताओं का प्रधानमंत्री मातृत्व संघन जांच अभियान के तहत उन्हें अत्यधिक जांच परिक्षण करने वाले डॉक्टर में बेस्ट डॉक्टर का जिले में प्रथम पुरस्कार भी मिल चुका है। विगत कोरोना काल में उनकी सराहनीय सेवा को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रशस्ति पत्र दिया गया। लगभग 22 साल की उनकी सेवा का उल्लेखनीय कार्य को नजर अंदाज करते हुए डॉक्टर राज का डिमोशन कर दिया जाना लोगों में खास चर्चा का विषय बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि डॉ. राज का डिमोशन की खबर सुनकर उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे उन्हें कुछ खो दिया है आदिवासी बैगाओं का यहां तक कहना है कि प्रशासनिक तबादले का एक निश्चित रूप से एक कारण होता है और वो कारण ना तो डॉक्टर राज को बताया आदिवासी बैगा और क्षेत्र के पब्लिक सरकार से ये सवाल पूछना चाहते हैं कि लोकसेवा के समर्पित ऐसे योग्य ईमानदार डॉक्टर का पदोन्नति देने के बजाय अवनति करना छत्तीसगढ़ शासन संबंधित मंत्रालय द्वारा विधि नियम और लोग हित के विपरीत निर्णय लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है, आखिर मंत्री विधायक और नौकरशाह में पटरी क्यों नहीं बैठती। स्वच्छ छवि एक ईमानदार अधिकारियों का तबादला या पद अवनति इस सवाल पर लोगों का कहना है स्वार्थ निहित तत्व के चलते ऐसे योग्य ईमानदार अधिकारियों का मनोबल तोडऩे का अक्सर प्रयास किये जा रहे हैं। क्षेत्र के लोगों का कहना है अगर एक योग्य अनुभवी डॉक्टर को पुन: ब्लाक चिकित्सा अधिकारी पद पर नहीं लाया गया तो आदिवासी बैगा शांतिपूर्ण आदोलन करने को भी तैयार है।