जोहार छत्तीसगढ़-धरमजयगढ़।
धरमजयगढ़ उपपंजीयक कार्यालय में उप पंजीयक द्वारा लगातार शासन क नियमों का धज्जियां उड़ाई जा रही है। इस कार्यालय में शासन के नियमों का कोई पालन नहीं किया जाता है। इस कार्यालय के समाने जमीन दलालनुमा लोगों को भीड़ लगा रहता है। उप पंजीयक की इस लापरवाही का नतीजा क्षेत्र के आदिवासी गरीब कम पढ़े लिखे लोगों को भुगतना पड़ रहा है। धरमजयगढ़ जमीन दलालों द्वारा गरीब आदिवासी किसानों को धोखे में रखकर पूरे के पूरे जमीन को बेच देते हैं और इस कार्य को करने के लिए पंजीयक का भरपूर साथ रहता है। क्योंकि शासन का निर्देश है कि जमीन की रजिष्ट्री किसी भी स्थिति में नगद राशि में न किया जाये। लेकिन धरमजयगढ़ पंजीयक कार्यालय में पदस्थ उप पंजीयक द्वारा चेक के माध्यम से रजिष्ट्री न करवाकर नगद राशि में जमीन की खरीद बिक्री करवा रहे हैं। उप पंजीयक ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि जमीन दलालों को फयदा पहुंचे। अगर चेक के माध्यम से जमीन की खरीद बिक्री होता है तो जमीन विके्रता के खाते में सीधे पूरी की पूरी राशि जमा हो जायेगा और ऐसा होने पर जमीन दलालों को ठगी करने में दिक्कत होगा इसलिए जमीन दलाल और उपपंजीयक की मिली भगत से चेक के माध्यम से जमीन की रजिष्ट्री न कर नगद लेनदेन करते हैं ताकि गरीब कम पढ़ा लिखा किसान को पूरी तरह से ठगा जा सके। जिला प्रशासन को चाहिए कि धरमजयगढ़ में जमीन खरीद फरोख्त में किये जा रहे अनियमितता की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही करें ताकि किसानों के साथ किसी प्रकर का धोखा न हो सकें।