चंडीगढ़। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद मुख्यमंत्री के पद के नाम पर चल रही कशमकश अब ख़त्म हो गई है। आज चरणजीत सिंह चन्नी ने राजभवन में पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। पंजाब को दो डिप्टी सीएम इस बार मिले है। सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी ने डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली। इस समारोह में राहुल गांधी भी मुख्य तौर पर शामिल हुए। राजभवन में इस समारोह संबंधी सभी तैयारियां कल से ही शुरू हो गई थी। गत दिवस चरणजीत सिंह चन्नी के नाम पर हाईकमान की तरफ से मोहर लगा दी गई थी। उन्हें सीएम बनाने पर पूरी पंजाब की सियासत का समीकरण बदल गया है। इस समारोह में कैप्टन अमरिंदर सिंह शामिल नहीं हुए। हालांकि उन्होंने बीते दिन ही चन्नी को मुख्यमंत्री बनने के बाद शुभकामनाएं दे दी थी।
इसके पहले रविवार को दिनभर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सुगबुगाहटों का दौर चलता रहा। हालांकि शाम ढलते-ढलते कांग्रेस हाईकमान ने सभी सुगबुगाहटों पर विराम लगा दिया। इसके साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहली बार किसी दलित चेहरे को बैठाने का इतिहास भी रच दिया गया। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने दलित को मुख्यमंत्री बनाने पर कहा कि यह कांग्रेस ने सभी सियासी दलों को धोबी पछाड़ किया है। पंजाब में चन्नी उत्तर भारत के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि चन्नी सियासी चश्मे से हर बात को बारीकी से समझते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ट्वीट कर पंजाब का मुख्यमंत्री बनने पर चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई दी और कहा कि वह राज्य सरकार के साथ मिलकर पंजाब की बेहतरी के लिए काम जारी रखेंगे। पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने राजभवन में आयोजित एक सादे समारोह में चन्नी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।