Home मध्य प्रदेश 52.8 लाख कर्मचारियों में से अब तक 16037 ने ही कराए ई-नॉमेमिनेशन

52.8 लाख कर्मचारियों में से अब तक 16037 ने ही कराए ई-नॉमेमिनेशन

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भोपाल । कोरोना संक्रमण काल में कई ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें नॉमिनी की प्रक्रिया पूर्ण नहीं करने से खाताधारक के निधन के बाद क्लेम सेटलमेंट में आश्रितों को कई परेशानियां उठाना पड़ी थीं। खाताधारकों के असमय निधन के बाद उनके आश्रितों को क्लेम सेटलमेंट में आसानी हो इसके लिए कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ईपीएफओ की ओर से ई-नॉमिनेशन की शुरूआत की गई है। खाताधारकों की सुविधा के लिए शुरू की गई ई-नॉमिनेशन को लेकर अच्छा रिस्पांस नहीं है। इपीएफओ के प्रदेश में 6 कार्यालय हैं और इनमें 52 लाख 80 हजार 620 सदस्य संख्या है। इस वर्ष 9 अप्रैल से ई-नॉमिनेशन की शुरूआत की गई थी और अब केवल 16037 कर्मचारियों ने ही ई-नॉमिनेशन सुविधा का लाभ लिया है।

मध्यप्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ का भी कमोबेश यही हाल है। रायपुर में पीएफ सदस्यों की संख्या 21 लाख 59 हजार 980 है। इसमें से केवल 8174 सदस्यों ने ही ई-नॉमिनेशन कराया है।

ई-नॉमिनेशन के फायदे

अगर किसी कारणवश कर्मचारी का निधन होने पर उसके खाते में उत्तराधिकारी के तौर पर जिसका नाम दर्ज होगा, उसे पीएफ फंड की राशि आसानी से मिल जाती है। कर्मचारी पेंशन योजना ईपीएस के तहत सेवानिवृत्ति की उम्र तक पीएफ कटवाने के बाद खाताधारक को उसकी नौकरी की अवधि और जमा राशि की गणना कर पेंशन दी जाती है। यदि पीएफ की पेंशन लेने वाले खाताधारक का निधन हो जाता है तो यह पेंशन उस पर निर्भर पत्नी, बच्चे या मां को दी जा सकती है। इसके लिए पीएफ खाते में उत्तराधिकारी के तौर पर नाम दर्ज होना जरूरी है। ईपीएफ की स्कीम में आने वाले सभी कर्मचारी एम्प्लायज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस ईडीएलआई स्कीम-1976 के तहत कवर होते हैं। इस योजना के तहत नौकरी में रहते हुए कर्मचारी का निधन होने पर उसके उत्तराधिकारी को न्यूनतम ढाई और अधिकतम सात लाख रुपए दिए जाते हैं।

कहां कितने लोग करा चुके ई-नॉमिनेशन

शहर सदस्य संख्या ई-नॉमिनेशन संख्या

ग्वालियर 4,95,271 1230

भोपाल 13,67,017 3141

इंदौर 22,51,306 5101

जबलपुर 7,31,574 2456

सागर 1,69,127 2841

उज्जैन 2,66,325 1268

अभी संख्या काफी कम है

मध्यप्रदेश के छह कार्यालयों सहित छत्तीसगढ़ में ई-नॉमिनेशन कराने वालों की संख्या काफी कम है। ई-नॉमिनेशन की सुविधा कर्मचारियों के लिए ही है। इसे देखते हुए लोगों तक उनकी संस्थाओं के जरिए जानकारी भी भेजी जा रही है, ताकि वे अपने खातों में उत्तराधिकारी की जानकारी दर्ज कराएं। यदि उन्हेंं ऑनलाइन ई-नॉमिनेशन करने में कोई परेशानी आ रही है, तो वे कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

– अजय मेहरा, क्षेत्रीय आयुक्त वर्ग-1, मप्र-छत्तीसगढ़ अंचल

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