कोरबा कोरबा जिले के ग्राम बेलटिकरी बसाहट की निवासी 41 वर्षीय प्रमिला साहू के घुटने के एक्स-रे करने के साथ ही दीपका के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक्स-रे की सुविधा शुरू हो गई है। दीपका और गेवरा की कोयला खदानों वाले इस क्षेत्र के लोगों के लिए यह बड़ी राहत है। अब एक्स-रे की जरूरत वाले मरीजों को कोरबा या बिलासपुर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। सभी जरूरी एसेसरीज के इंस्टालेशन के बाद इस मशीन से पहला एक्स-रे प्रमिला के दाहिने पैर के घुटने का किया गया। ग्राम बेलटिकरी निवासी प्रमिला पिछले छह महीने से घुटनों में दर्द-सूजन से परेशान थी। उसे चलने-फिरने और उठने-बैठने में भी तकलीफ थी। एक्स-रे कराने के बाद प्रमिला ने कहा कि मरीजों खासकर घुटने और हड्डियों की बीमारियों से जूझ रहे दीपका क्षेत्र के लोगों को अब एक्स-रे के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। घुटने के दर्द के कारण वैसे भी मरीज चल-फिर नहीं पाता है। ऐसे में एक्स-रे कराने के लिए कोरबा या बिलासपुर तक जाना बहुत ही कष्टदायक काम था। राज्य शासन ने दीपका के स्वास्थ्य केन्द्र में एक्स-रे मशीन की शुरूआत कर लोगों को बड़ी सुविधा उपलब्ध करा दी है।
दीपका सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोरबा जिले का प्रमुख खनन प्रभावित इलाके में है। इस स्वास्थ्य केन्द्र में प्रतिदिन 40 से 50 मरीज ओपीडी में अपना ईलाज कराने आते हैं। यहां गर्भवती महिलाओं के प्रसव की भी सुविधा है और खून-पेशाब जांच के लिए पैथोलॉजी लैब भी संचालित की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर एक्स-रे की सुविधा हो जाने से दीपका क्षेत्र के लोगों को हड्डी रोगों की पहचान के लिए भी अब सुविधा मिलना शुरू हो गई है। इस स्वास्थ्य केन्द्र में एक रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सक भी पदस्थ हैं जिससे एक्स-रे रिपोर्ट आदि भी जल्द ही तैयार हो जाएंगी और अब मरीजों को एक्स-रे और उसके रिपोर्ट के लिए बड़े शहरों के अस्पतालों में रिफर से भी छुटकारा मिलेगा।