पटना। लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान की पहली बरसी पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में नीतीश कुमार की अनुपस्थिति चर्चा का विषय रही। लोगों का कि बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान की भूमिका से नीतीश अब तक नाराज़ हैं, जिसके कारण जदयू को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ा था। नीतीश कुमार के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने उन्हें शिष्टाचार यद् दिलाया।
इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि विश्वास ही नहीं हो रहा है कि राम विलास पासवान जी हमारे बीच नहीं हैं। हम ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। ईश्वर उनके परिजनों को… चिराग जी को बल दे। नीतीश कुमार के कार्यक्रम में न आने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह उनका निजी फैसला है। हम लोगों से वो (नीतीश कुमार) बड़े हैं… चाचा जैसे हैं… लेकिन शिष्टाचार दिखना चहिए। तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भी श्रद्धांजलि दी है, कई पन्नों में उन्होंने लिखा है। लेकिन नीतीश कुमार जी ने एक लाइन में खत्म कर दिया है।
वहीं, जब चिराग पासवान से नीतीश कुमार के न आने पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका निमंत्रण स्वीकार नहीं किया। चिराग ने कहा कि उन्हें मिलने का समय नहीं दिया, संभवत: उनके भेजे निमंत्रण पत्र को भी सीएम आवास पर स्वीकार नहीं किया गया। चिराग ने कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री आएंगे, लेकिन वे नहीं आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामविलास पासवान की पहली बरसी पर चिराग पासवान को लिखित संदेश भेजा और रामविलास को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने चिराग पासवान को डेढ़ पन्नों का पत्र लिखा। भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी, उपेंद्र कुशवाहा समेत तमाम दिग्गज नेताओं ने रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी है।