भोपाल । जानलेवा कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका के बीच भोपाल के दोनों प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर उतरने वाले केरल-महाराष्ट्र के यात्रियों से विशेष पूछताछ की जा रही है। रोजाना दोनों स्टेशनों पर चार हजार से अधिक यात्रियों के सैंपल लिए जा रहे हैं। इसका दायरा अगले सप्ताह से बढ़ा दिया जाएगा। करीब छह हजार से अधिक यात्रियों की सैंपल जांच के लिए लेंगे। कोरोना की तीसरी संभावित लहर से निपटने के लिए प्रशासन ने फिर से सख्ती शुरू कर दी है। रेलवे और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि खासकर महाराष्ट्र के नागपुर, मुंबई, भुसावल, पुणे और केरल से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों के समय विशेष पूछताछ व जांच की जा रही है। हालांकि हाल-फिलहाल दोनों ही स्टेशनों पर एक भी यात्री की कोरोना जांच पॉजिटिव नहीं मिली है। यदि संक्रमितों के मिलने की संख्या बढ़ी तो आने वाले समय में स्टेशन पर प्रवेश करने से पहले यात्रियों को टीका लगवाने का प्रमाण-पत्र भी दिखाना पड़ सकता है। हालांकि अभी इस तरह की व्यवस्था नहीं है। फिर भी रेल अधिकारी व स्थानीय प्रशासन के अधिकारी जांच के साथ-साथ टीकाकरण पर भी जोर दे रहे हैं। खासकर बेटिकट मिलने वाले यात्रियों से कोरोना जांच के साथ-साथ टीकाकरण की जानकारी भी ली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इसे आगे अनिवार्य कर दिया जाएगा। भोपाल, हबीबगंज, इटारसी और बीना जैसे प्रमुख स्टेशनों पर बैग सैनिटाइजर की सुविधा है। यात्री चाहे तो इन सैनिटाइजर मशीनों के जरिए अपने लगेज को कोरोना-मुक्त करवा सकते हैं। इसके लिए प्रति बैग 10 रुपये शुल्क देना होता है। हालांकि यह अनिवार्य नहीं है। ट्रेनों के अंदर और स्टेशन पर बिना मास्क के घूम रहे यात्रियों पर रेलवे की कार्रवाई जारी है। रेलवे ने बीते चार महीने में 3000 से अधिक यात्रियों को चिन्हित किया है। ऐसे यात्रियों से जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की है। इन यात्रियों को समझाइश भी दी जा रही है कि वे मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करें।