भोपाल । कोरोना वायरस की तीसरी लहर से निपटने राजधानी के सभी ने मॉल के मुख्य द्वार पर नो वैक्शीनेशन-नो एंट्री के नोटिस लगा दिए हैं। खरीदारी करने आ रहे ग्राहकों से कोरोना का टीका लगवाने के प्रमाण-पत्र मांगे जा रहे हैं। जानकारी देने के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है। आज से यह व्यवस्था और सख्ती से लागू की जाएगी। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम हेतु शासन के प्रयासों में सहभागी बनने के लिए शहर के शापिंग मॉल संचालक भी आगे आ गए हैं। दूसरी तरफ राजधानी के तहसील व नजूल कार्यालयों में काम करवाने पहुंच रहे लोगों से भी टीके की जानकारी मांगी जा रही है। टीकाकरण नहीं कराने वालों को कोरोना टीका लगवाने की सलाह दी जा रही है। बता दें कि राजधानी में 15 सितंबर तक 100 फीसद टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करना है, जिसके लिए सख्ती की जा रही है।राजधानी के सभी बड़े शापिंग मॉल संचालकों ने मंगलवार रात तक मॉल के बाहर नोटिस लगवा दिए हैं। मॉल संचालक और सरकारी दफ्तर के प्रमुखों ने बताया कि स्थानीय प्रशासन से टीकाकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए सहयोग मांगा गया है। इसके बाद नोटिस चस्पा कर दिए हैं। पूर्व की तरह मास्क लगाने के लिए भी लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। हालांकि इस व्यवस्था के लिए जिला प्रशासन ने अपनी तरफ से कोई दिशा-निर्देश जारी नही किए हैं। भोपाल जिले में 15 सितंबर तक 100 फीसद फर्स्ट डोज लगाने का लक्ष्य ह। अधिकारियों से मिले आंकड़ों के मुताबिक अभी तक 17 लाख 72 हजार लोगों को टीके का पहला और 7 लाख 13 हजार को टीके का दूसरा डोज लगा है। शहर में तकरीबन 18 हजार लोग अब भी ऐसे हैं, जिन्होंने पहला डोज ही नहीं लगवाया है। इस बारे में कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि सभी एसडीएम व तहसीलदारों को निर्देश दिए हैं कि कार्यालय आने वाले आम नागरिकों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। यदि उन्होंने टीके नहीं लगवाए हैं तो उन्हें नजदीक के टीकाकरण केंद्रों में भेजकर टीके लगवाएं।