भोपाल । जननी एक्सप्रेस का चालक रास्ता खराब बताकर प्रसूता और उसके नवजात शिशु को रास्ते में ही छोडकर फरार हो गया। प्रसूता के गांव करीब बीस किमी पहले ही जच्चा और बच्चा को उतार दिया। दो किलोमीटर पैदल चलने के बाद अन्य लोगों की मदद से प्रसूता और उसके नवजात शिशु को घर तक छोडा गया। यह मामला है प्रदेश के बैतूल जिले के भीमपुर विकासखंड का। मंगलवार को यहां के ग्राम भुरभुर की एक प्रसूता को दो दिन के नवजात के साथ जननी एक्सप्रेस का चालक गांव से 20 किलोमीटर दूर बीच रास्ते में छोड़कर चला गया। जैसे-तैसे तीन किलोमीटर पैदल चलकर प्रसूता दामजीपुरा पहुंची और वहां के लोगों से मदद मांगी। समाजसेवियों ने अन्य वाहन की व्यवस्था कर उसे उसके घर तक पहुंचाया। दामजीपुरा से युनुस खान ने बताया कि भुरभुर गांव की रहने वाली बुल्लो सलामे को प्रसव के लिए गांव से 80 किमी दूर भीमपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भर्ती कराया गया था। रविवार को उसने एक शिशु को जन्म दिया। मंगलवार को उसकी अस्पताल से छुट्टी कर दी और जननी एक्सप्रेस को उसके गांव भुरभुर छोड़ने की जिम्मेदारी दी गई। जननी एक्सप्रेस बुल्लो, उसके नवजात शिशु और उसकी सास सुगवंती को लेकर 60 किमी का सफर तय करने के के बाद दामजीपुरा गांव से दो किमी झिरना बटकी पहुंची। चालक ने आगे का रास्ता खराब होने का हवाला देकर उन्हें बीच रास्ते में ही गिरते पानी में छोड़ दिया। बारिश और शाम का वक्त होने पर वे नवजात को लेकर पैदल ही दामजीपुरा पहुंची। उन्होंने अपनी परेशानी जब लोगों को बताई तो समाजसेवी इदरीश विरानी ने स्वयं के वाहन से दोनों को 20 किलोमीटर उनके गांव भुरभुर सुरक्षित पहुंचाया। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद सीएमएचओ डॉ एके तिवारी का कहना है कि भीमपुर बीएमओ को जांच के निर्देश दिए हैं। बहरहाल प्रशासन की निरंकुशता के चलते इस तरह के वाकये आए दिन देखने और सुनने को मिल जाते हैां ऐसे ज्यादातर मामलों में कोई कार्यवाही नहीं होने से संबंधितों के हौंसले बुलंद हो रहे हैं।