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सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर एवं रानी मंदिर देवस्थानम् जूनाशहर के सयुंक्त तत्वावधान मे प्रकृति वंदन कार्यक्रम के समापन समारोह हुई संपन्न

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 ताहिर अली, जोहार छत्तीसगढ़

रतनपुर। सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर एवं रानी मंदिर देवस्थानम् जूनाशहर के सयुंक्त तत्वावधान मे  प्रकृति वंदन कार्यक्रम के समापन समारोह भूतपूर्व मालगुजार पंडित हरि शंकर दुबे जी के मुख्य आतिथ्य एवं गिरजा बन हनुमान मंदिर के महंत तारकेश्वर पुरी महाराज,राधामाधव धाम के प्रबंधक मंडलेश्वर दिव्य कांत दास महाराज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रतनपुर के प्रभारी डॉ विजय चंदेल,भारतीय जनता पार्टी रतनपुर के मंडल महामंत्री रोहिणी बैंसवाड़े  एवं पूर्व प्राचार्य शंकरलाल पटेल की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ।कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा रानी मंदिर में सरोवर किनारे स्थित प्रकृति के तत्व पीपल वृक्ष का वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना की गई,सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर के प्राचार्य मुकेश श्रीवास्तव ने सप्ताह भर चले प्रकृति के विभिन्न स्वरूपों के पूजन के बारे में सविस्तार जानकारी दी।मंदिर के प्रबंधक एवं कार्यक्रम के आयोजक राकेश निर्मलकर ने उपस्थित अतिथियों का अभिनंदन किया। स्वागत गीत श्रीमती वर्षा श्रीवास्तव ने प्रस्तुत किया इस अवसर पर रानी मंदिर प्रबंधन द्वारा समाज में श्रेष्ठ कार्य करने वाले लोगों को शाल श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र देकर सम्मानित किया गया इस अवसर पर भूतपूर्व  मालगुजार एवं समाजसेवी पंडित हरिशंकर दुबे को उनके 90 वें जन्म जयंती पर नागरिक अभिनंदन करके सम्मानित किया गया, महंत तारकेश्वर.पुरी महराज, मंडलेश्वर दिव्य कांत दास महाराज,कोरोना वॉरियर्स के रूप में उत्कृष्ट कार्य करने वाले डॉक्टर विजय चंदेल,समाजसेवी विश्राम पटेल, शिक्षाविद शंकर लाल पटेल,अधिवक्ता पंकज जायसवाल,संस्कार भारती की मातृशक्ति प्रमुख श्रीमती वर्षा श्रीवास्तव एवं श्रीमती ज्योति निर्मलकर का शाल श्रीफल एवं अभिनंदन पत्र देकर मंदिर के प्रबंधक राकेश निर्मलकर ने अभिनंदन किया एवं मंदिर की योजना के साथ ही संस्कार केंद्र के संदर्भ में विस्तार से चर्चा करते हुए लोगों से आग्रह किया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए संस्कार केंद्र को पुनर्जीवित करना अति आवश्यक है इस अवसर पर मंडलेश्वर दिव्य कांत दास महाराज ने अपने तरह के अनूठे आयोजन के लिए मंदिर प्रबंधन को साधुवाद दिया एवं प्रकृति वंदन के कार्यक्रम में अधिकाधिक लोगों को वैचारिक रूप से जुड़ने का आह्वान किया।महंत तारकेश्वर पुरी महाराज ने मंदिर की ऐतिहासिकता भारतीय संस्कृति में प्रकृति के पूजन के महत्व को समझाया इस अवसर पर मंडल महामंत्री रोहणी बैसवाड़े ने कहा कि ऐसे आयोजन में युवाओं को बढ़-चढ़कर के भाग लेना चाहिए विगत1सप्ताह से प्रकृति फाउंडेशन के द्वारा देशभर में प्रकृति पूजन का आह्वान किया गया था जिसमें विद्या भारती के निर्देश पर सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर में भी भूमि वंदन,जल पूजा,वृक्ष बंधन  गौ संवर्धन के लिए गौ पूजन का आयोजन बच्चों के सहयोग से किया जा रहा था जिसका आज समापन कार्यक्रम रानी मंदिर देवस्थानम जूना शहर रतनपुर मे राकेश निर्मलकर जी के विशेष सहयोग से संपन्ना हुआ इस अवसर अवसर पर बड़ी संख्या में साधु संत एवं नगरवासी उपस्थित रहे।कार्यक्रम को सफल बनाने मे प्रजापिता ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रामभगत पटेल,अजय निर्मल कर,चंद्रशेखर दुबे,श्रीमती कीर्ति निर्मलकर ,संजय निर्मलकर, हर्ष पटेल, सार्थक बैसबाड़े,सर्वज्ञ श्रीवास्तव रघुनंदन कौशिक,भैयालाल रजक जवाहर सूरदास,दुखुराम का विशेष सहयोग रहा।कार्यक्रम के अंत मे मंदिर परिसर मे कृष्ण वट पौधे को रोपित भी किया गया।कार्यक्रम का संचालन सरस्वती शिशु मंदिर रतनपुर के प्राचार्य मुकेश श्रीवास्तव ने एवं आभार प्रकट मंदिर के प्रबंधक राकेश निर्मलकर जी ने किया सर्वे भवंतु सुखीनःके समवेत गायन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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