बिलासपुर । मुंगेली जिला के ग्राम पन्डो तर , पौनी , विचरपुर, झिटकनिहा, के मुख्यमंत्री ग्राम सड़क खराब हो गया है । सड़क गद्दों में तब्दील हो गया है। बरसात की पानी गद्दों में भार गया है जिसके कारण सड़क पर चलना मुस्किल है । ग्रामीण अपनी जान जोखिमों में डालकर चले के लिए मजबूर । जिला प्रशासन की लचर व्यवस्था की खमयाज भुगतना पड़ रहा है ग्रमीणो को ..किसानों को खेती बोवरा के लिए खाद ,बीज को सिर में बोह कर लाने के लिए मजबूर। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क एवं विकास योजना के तहत 2016 में ग्राम पंचायत सेतगंगा से पंडोतर गाँव तक 3 किलोमीटर सड़क का निर्माण छत्तीसगढ़ शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा बनवाया गया था जिनकी ठेकेदार राधेश्याम अग्रवाल टीकरीपरा रायपुर द्वारा बनवाया गया था। मुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण के समय लगया गया बोर्ड में साफ लिखा गया है कि सड़क निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद 3 साल होने पर सड़क खराब होने पर मरमद किया जाना है । वही ठेकेदार और विभाग की अधिकारी द्वारा मिली भागत कर सड़क मरमद की राशि को बिना काम किया निकाल कर खा लिया गया है। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क पर पैदल चलना हो गया मुश्किल ग्रमीणों को बरसात के मौसम में सड़क में किचड़ और धूटना भार की पानी पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । पंडोतरा के ग्रमीणों को जब किसी भी व्यक्ति की तबीयत खराब होने पर खाट पर बोह कर सेतगंगा उपस्वास्थ्य केन्द्र तक लाना पड़ता है ।
डिलवरी होने वाली महिलाओं के लिए 102 भी गांव तक नहीं पहुंच पता है। मजबूर हो कर यह रहने वाले ग्रमीणों को खाट में ले जाना पड़ता है। वही ग्राम पंडोंतरा के ग्रामीणों का कहना है कि मुख्यमंत्री ग्राम सड़क बनाया गया है वह गुड वत्ताहीन बनाया जा रहा था तभी ठेकदार को बोलने पर भी खराब बनाया विभाग के अधिकारियों को भी इनकी शिकायत किया गया था ।उसके बाद भी सही तरीके से नही बनाया गया है ।
सड़क निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद 2 साल में सड़क बरसात में गद्दों में तब्दील हो गया था । वही ग्रामीणों की सिविधा के लिए ग्राम पंचायत द्वारा मरमद कराया जा रहा था तकि गाँव के निवासियों को किसी तरह से प्रशानि न हो इस बार वह भी नही हुआ है ।
मुख्यमंत्री ग्राम सड़क बरसात के पानी सड़क के गड्ढा में भार जाता है और कीचड़ हो जाता है जिसके चलते किसानों को खेति किसानी के लिए बीज ,खाद दुकानो से खरीद कर घर तक इस सड़क मार्ग से लना मुश्किल है ।।
ट्रेक्टर, बैल गड़ी भी नहीं चल रहा है सड़क पर मजबूर हो कर किसानों को 3 किलोमीटर तक किसानों को बीज ,खाद को अपने मूड पर बोह कर ले जाना पड़ता है । मुख्यमंत्री ग्राम सड़क की मरमद के लिए संसद , विधायक , जिले के कलेक्टर को ग्रामीणों द्वारा निवेदन किया गया था । केवल विभाग द्वारा अस्वासन ही लिमता है । सड़क की मरमद आज तक नही हो सका जिसके कारण नरख की जीवन जीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है । वही मुख्यमंत्री ग्राम सड़क के मरमद के सम्बंध में जिले के कलेक्टर का कहना है कि मुख्य मंत्री ग्राम सड़क विभाग के अधिकारिय को निर्देश किया गया है । सड़क का ततकाल मरमद कर ग्रमीणो के आने जाने लायक बनाया जाए ।