भोपाल । प्रदेशभर में आंदोलनरत नर्सिंग कर्मचारियों की पदनाम बदलने की मांग राज्य सरकार ने मान ली है। इस संबंध में चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने आदेश जारी कर दिए हैं। अब स्टाफ नर्स को नर्सिंग ऑफिसर और नर्सिंग सिस्टर को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर के पदनाम से जाना जाएगा। बता दें कि पदनाम बदलने, उच्चस्तरीय वेतनमान, नियुक्ति के समय दो अग्रिम इंक्रीमेंट देने की मांग को लेकर प्रदेशभर में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग के अधीन काम करने वाले नर्सिंग कर्मचारी बुधवार से आंदोलन कर रहे हैं। इसके पहले हेल्थ डिपार्टमेंट अधिकारी-कर्मचारी संघ ने भी इन्हीं मांगों को लेकर आंदोलन किया था। सरकार से मांगें पूरी करने का आश्वासन मिलने के बाद संघ ने आंदोलन खत्म कर दिया था। प्रांतीय नर्सेस एसोसिएशन की प्रदेश अध्यक्ष मंजू मेश्राम ने बताया कि सरकार ने पदनाम बदल दिया है, लेकिन हमारी अन्य मांगों को लेकर भी जल्द निर्णय लेना चाहिए।
नर्सिंग कर्मचारियों की हड़ताल प्रदेशभर में गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रही। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. लोकेंन्द्र दवे ने हड़ताल में शामिल 130 नर्सों को वेतन काटने के नोटिस जारी कर दिए हैं। उन्होंने बताया हर दिन की उपस्थिति मंगाई जा रही है। हालांकि उन्होंने कहा कि अस्पताल में मरीज कम हैं, इसलिए दिक्कत नहीं हो रही है। ज्यादातर नर्स काम पर हैं। उधर प्रदेश भर में चल रही एक्रीडेटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट (आशा) की हड़ताल के बाद राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने आशा सहयोगी का पदनाम बदलकर आशा पर्यवेक्षक कर दिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। बता दें कि आशा और आशा सहयोगी का वेतन क्रमश: 18 हजार और 24 हजार करने, अवकाश देने व अन्य मांगों को लेकर प्रदेश भर में आशा कार्यकर्ताओं को महीने भर से आंदोलन चल रहा है।