कोरबा मिठाई विक्रेताओं ने दूध की कीमत में तीन रूपये की बढ़ोतरी को हरी झंडी दे दी है। दूसरी ओर दुग्ध विक्रेता संघ इस निर्णय पर सहमत नहीं हुए और नाराजगी व्यक्त करते हुए मिठाई की दुकानों में दूध की आपूर्ति रोक दी है। दुग्ध व्यवसाई अब भी दूध के दाम में पांच रुपये की वृद्धि किए जाने की मांग पर अड़े हैं। उनका कहना है कि जब तक निर्णय नहीं हो जाता, तक मिठाई बनाने वालों को दूध की आपूर्ति नहीं की जाएगी।
दुग्ध विक्रेता और मिठाई विक्रेता संघ के बीच दूध की कीमत को लेकर आपसी सहमति बनती नहीं दिख रही है। शहर के टी.पी. नगर स्थित माल में जिला मिठाई विक्रेता संघ के सदस्यों की बैठक हुई। इस बैठक के संबंध में संघ के अध्यक्ष राजकुमार साहू ने बताया कि सर्व सम्मति से 180 ग्राम खोवा के लिए दूध का दाम तीन रूपए बढ़ाया गया। इधर इस निर्णय को नकारते हुए दुग्ध विक्रेता संघ के अध्यक्ष राम नरेश शर्मा का कहना है कि उनक संगठन इस निर्णय से सहमत नही है। चारा का दाम आसमान छू रहा हैं। ऐसे में पांच रूपए दाम बढ़ाना उचित होगा। अध्यक्ष ने यह भी बताया कि जब तक उनकी मांग पर मिठाई विक्रेता संघ की सहमति नहीं हो जाती तब उन्हे दूध आपूर्ति नहीं की जाएगी।
दूग्ध विक्रेता संघ द्वारा आम लोगों को वर्तमान में गाय का दूध 42 और भैंस का दूध 50 रूपए प्रति लीटर दिया जा रहा है। दोनो के दाम में पांच रूपए बढ़ोतरी की गई है। उल्लेखनीय है कि एक किलो दूध को औटाने के बाद लगभग 180 ग्राम खोवा बनता है। जाहिर सी बात है कि दूध का दाम बढऩे अब मिठायों के दाम में भी बढ़त होगी। विक्रेताओं का निर्णय जो भी हो लोगों को महंगाई की मार झेलनी ही होगी।