धरमजयगढ़-जोहार छत्तीसगढ़।
वन मंडल धरमजयगढ़ में पिछले मंगलवार को जहां करंट लगने से एक मादा हाथी की मौत हुई थी वहीं 29 जून को एक जंगली हाथी ने एक युवक की जान ले ली इंसान और जंगली हाथियों की मौत का यह सिलसिला विगत कई वर्षों से चल रहा है। मामला वनमंडल धरमजयगढ़ के गेरसा का जहां देर रात एक जंगली हाथी कटहल की तलाश में गांव के धरम सिंह राठिया घर के पीछे स्थित बाड़ी में पहुंच। वहीं उसी वक्त धरम सिंह राठिया उम्र लगभग 35 साल भी अपनी बाड़ी की तरफ शौच के लिए गया हुआ था, कि इसी बीच जंगली हाथी से मृतक का मुठभेड़ हो गया जिसमे हाथी ने युवक को पटक पटक कर मौत के घाट उतार दिया। वहीं इस घटना के बारे में जब मृतक के पिता से बात की गई तो उसने बताया कि देर रात जब वह दिशा मैदान के लिए बाहर निकला तो देखा कि घर के सभी दरवाजे खुले हैं और उसका बेटा नहीं है।
ऐसे में उसकी तलाश करने बाड़ी की तरफ गया तो देखा कि जमीन पर मोबाइल के स्क्रीन का लाइट जल रहा है। पास जाने पर देखा तो उसके लड़के की मौत हो चुकी थी और जंगली हाथी घटना स्थल से जा चुका था। इसके अलावा इस घटना के बाद ग्रामीणों में एक तरफ जहां दहशत का माहौल है तो दूसरी ओर ग्रामीणों में आक्रोश भी देखने को मिल रहा है। बहरहाल सम्बंधित विभाग की टीम सूचना के बाद मौके पर पहुचकर आगे के कार्यवाही में जुट गई है।
करेंट लगने से किसान को जेल भेज देते हैं, अब इंसान की मौत पर वन विभाग क्या करेगा?
आज की घटना से ग्रामीणों में आक्रोश देखने मिला, ग्रामीणों ने बताया कि जब कोई हाथी किसान के खेत मे जाकर करेंट से मौत हो जाता है। तब वन विभाग किसान को जेल भेज देते हैं लेकिन इंसान को जब हाथी मार देता है तब विभाग मुआयजा देकर अपना का पूरा कर लेते है। वन विभाग ग्रामीणों का सुरक्षा दे।