भोपाल । भाजपा कार्यसमिति की भोपाल में आयोजित बैठक में कई निर्णय लिए गए। 30 जून तक शहर और जिला कार्यकारिणी के गठन के निर्देश दिए गए। उधर भाजपा सूत्रों का कहना है कई जिलों में सिंधिया समर्थकों को एडजस्ट करने के चक्कर में कार्यकारिणी अटकी हुई है। पिछले दिनों राज्य कार्यकारिणी की सूची जारी होने के बाद कई जिलों ने अपनी जिला कार्यकारिणी घोषित कर दी हैं। अब सभी जिलों को 30 जून तक शहरी और ग्रामीण इकाइयों के गठन के निर्देश दिए गए हैं। वहीं 1 से 15 जुलाई तक सभी जिलों में कार्यसमिति बैठकों का आयोजन भी किया जाएगा। इसी तह फिर 16 से 31 जुलाई तक मंडलों की कार्यसमिति आयोजित होगी।
प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह बात साफ कर दी गयी है की 1 जुलाई से 15 जुलाई तक सभी जिलों को जिला कार्यकारिणी की बैठकें कर लेनी है। ऐसे में जिलों में कार्यकारिणी के गठन की कवायद तेज हो गई है। संभवत: इसी हफ्ते जिला कार्यकारिणी घोषित हो सकती है। सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये उनके समर्थकों को एडजस्ट करना भाजपा के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।
मूल भाजपाई महसूस कर रहे उपेक्षित
प्रदेश कार्यकारिणी में मिली सिंधिया समर्थकों को जगह के बाद मूल भाजपाई अपनी ही पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। कुछ भाजपा नेताओं के अनुसार जिला कार्यकारिणी में भी अगर यही रवैया अपनाया गया तो आने वाले नगरीय निकाय चुनावों में पार्टी को नुकसान झेलना पड़ सकता है। पहले राज्य कार्यकारिणी में रहे जिले के नेता इस बार अपना नाम न आने से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में जिला कार्यकारिणी बनाने में भाजपा को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है।