भोपाल । कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर सुविधाएं जुटा रहा है। शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमित होने वाले मरीजों को वहीं अच्छा इलाज मिल सके इसलिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ अस्थायी कोविड सेंटर तैयार किए जा रहे है।
कोरोना की दूसरी लहर ने जिस तरह शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को प्रभावित किया उसको देखते हुए अब हम शहर के सरकारी अस्पतालों में बेड की व्यवस्था बढ़ाने की तैयारी कर रहे है। अब तक जिन अस्पतालों को कोविड अस्पताल नहीं बनाया था, अब वहां भी बेड तैयार किए जा रहे है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता
इस समय प्रदेश में डेल्टा प्लस वैरिएंट की मौजूदगी है। उज्जैन और भोपाल में इसके मरीज मिल चुके हैं, इसको देखते हुए हमने टेस्टिंग भी जारी रखी है, जो लोग अभी संक्रमित मिल रहे हैं, उन्हें सीधे कोविड सेंटर भेजा जा रहा है, ताकि वे लोग अन्य लोगों को संक्रमित ना कर सके। इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी अस्पतालों में जुटाई जा रही है। दूसरी लहर में जिस तरह मरीजों को बेड, इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई थी, उसको देखते हुए इस बार हम पहले से ही तैयारियां कर रहे हैं, ताकि आने वाली किसी भी मुसीबत का सामना कर सके। मेडिकल स्टाफ भी पूरी तरह मुस्तैदी से काम कर रहा है। अभी भव्य पैमाने पर वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है और जल्द से जल्द शहर को शत-प्रतिशत वैक्सीनेट करने का लक्ष्य रखा गया है।