रायपुर,। चालू खरीफ सीजन में उद्यानिकी विभाग द्वारा राज्य में एक लाख पोषण बाडि़यां विकसित किए जाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। इन बाडि़यों के विकास के लिए उद्यानिकी विभाग के मैदानी अमले द्वारा हितग्राहियों का चयन गौठान विकास हेतु चिन्हित ग्रामों में कलस्टर के रूप में किया जा चुका है। चयनित हितग्राहियों को पोषण बाड़ी विकास योजना के तहत फलदार पौधे, विभिन्न प्रकार के सब्जियों के बीज उद्यानिकी विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। उद्यानिकी विभाग के नर्सरियों में बड़े पैमाने पर नींबू, अमरूद कटहल, मुनगा आदि के पौधे तैयार किए गए हैं, जिसमें से लगभग 15 लाख पौधों का वितरण पोषण बाड़ी विकास योजना के तहत लाभान्वित हितग्राहियों को रोपण के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे।
यहां यह उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार की नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी कार्यक्रम के अंतर्गत उद्यानिकी विभाग द्वारा कृषकों के निवास के समीप उपलब्ध होंगे और बाड़ी विकास का कार्य पोषण बाड़ी विकास योजना के तहत किया जा रहा है। राज्य में बीते दो सालों में इस योजना के तहत ग्रामीण किसानों के आवास के समीप स्थित भूमि में दो लाख बाडि़यों का विकास किया जा चुका है, जिससे ग्रामीण अंचल में सब्जी के उत्पादन को बढ़ावा मिला है। इस साल एक लाख बाड़ी और विकसित होंगी। बाड़ी विकास योजनांतर्गत प्रति बाड़ी एक हजार रूपए का प्रावधान किया गया है। जिसमें से खरीफ मौसम में 346 रूपए मूल्य के फलदार पौधे एवं 250 रूपए मूल्य के सब्जी बीज हितग्राहियों को उपलब्ध कराए जाएंगे।