इन्दौर । इन्दौर जिले में वैक्सीनेशन महाअभियान के प्रथम दिन 21 जून को निकला 981 किलोग्राम बॉयोमेडिकल वेस्ट (सिरिन्ज तथा खाली वैक्सीन की शीशी) का निपटान पूरे प्रोटोकॉल के साथ व्यवस्थित रूप से किया गया।
म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा महा वैक्सीनेशन अभियान के दौरान निकलने वाले बॉयोमेडिकल वेस्ट (सिरिन्ज तथा खाली वैक्सीन की शीशी) के कलेक्शन एवं निष्पादन हेतु वृहद कार्ययोजना बनाई गई थी। गत 21 जून 2021 को इन्दौर जिले में देश में एक दिन में सबसे अधिक टीके लगाये गये थे। इस दौरान इतनी ही संख्या में सिरिन्जेस तथा खाली शीशी लगभग 29 हजार 390 नग मिली। साथ ही 500 से अधिक वैक्सीनेशन केन्द्रों में उत्पन्न उक्त अपशिष्ठों के फोकल पॉईन्ट कोल्ड चैन सेन्टर में लाने के निर्देश सभी वैक्सीनेटर्स को दिये गये थे। इन्दौर शहर जिले में 42 फोकल पॉईन्ट से वेस्ट हॉस्विन इन्सीनरेटर प्रा.लि., सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र के वाहनों द्वारा उठाया गया। कुल मात्रा लाल श्रेणी (सिरिन्ज़स) के अंतर्गत 610 किलोग्राम तथा नीली श्रेणी (वैक्सीन की खाली शीशी) के अंतर्गत 197 किलोग्राम व पीली श्रेणी (वेस्ट कॉटन) के अंतगत 53 किलोग्राम एवं सफेद श्रेणी (निडल्स) 119.6 किलोग्राम रही। पीली श्रेणी का इन्सीनरेटर में भस्मन किया गया तथा नीली श्रेणी के अपशिष्ठ को विसंक्रमित कर शेडर के माध्यम से प्लॉस्टिक के टुकड़ों में कनवर्ट किया गया। काँच एवं निडल्स को विसंक्रमित करने की कार्यवाही की गई। इस कार्य की निगरानी हेतु म.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये है। इन्दौर जिले हेतु यह कार्य एस. एन. पाटिल मुख्य रसायनज्ञ द्वारा कराया गया। उपरोक्तानुसार वेस्ट कलेक्शन की प्रक्रिया उपयुक्त एवं प्रभावी सबित हुई है। आगामी दिनों में होने वाले वैक्सीनेशन महाअभियान में भी उपरोक्तानुसार व्यवस्था लागू रहेगी।