नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के सभी 14 नेताओं को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है। इन नेताओं को 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए फोन पर न्योता मिला।
इससे पहले खबरें थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले सप्ताह तक जम्मू-कश्मीर को लेकर सर्वदलीय बैठक बुला सकते हैं। इस बैठक में केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा कर सकती है। वर्ष 2019 में अनुच्छेद 370 को खत्म करने पर पैदा हुए राजनीतिक गतिरोध को समाप्त करने के लिए केंद्र का यह पहला बड़ा कदम है।
अगस्त 2019 में केंद्र सरकार ने उस अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था, जो कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देता था। इसके साथ ही राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था।जम्मू कश्मीर में पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, फारुक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला को केंद्र सरकार ने इस फैसले का ऐलान करने से पहले गिरफ्तार कर लिया था। इन्हें कई महीनों के बाद रिहा किया गया था।
केंद्र ने दिसंबर में जम्मू-कश्मीर में स्थानीय निकाय चुनाव कराए थे। गुपकर गठबंधन ने 100 से अधिक सीटें जीतीं और भाजपा 74 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।