भोपाल। प्रदेश में मछली पालन के नाम पर फिश फॉरच्यून प्रोडूस कंपनी के नाम से किसनों को करोड़ों का चूना लगाने का मामला इन दिनो सोशल मीडीया कि सुर्खियो मे है। सुत्र बताते है कि घोटाले के सोशल मीडीया की चर्चाओं में आने के बाद विभाग के अधिकारियो मे हंडकंप मच गया ओर अब मत्स्य उद्योग विभाग ने इसकी लिखित शिकायत की है। वहीं सुत्र यह भी बताते है कि अब इस मामले की जांच शुरू हो गई है। सुत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक देवेंद्र जायसवाल नामक व्यक्ति ने मछली पालन करने का झांसा देकर सैंकड़ों किसानों के करोड़ों रुपए हड़पने लिये है। इस मामले में प्रदेश मत्स्योद्योग विभाग के संचालक ने पूरे मामले की जांच करने के लिए डीजपी को पत्र भी लिखा है। जानकारी के मुताबिक अयोध्या नगर में रहने वाले एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत की थी।
जिसमें बताया गया था, कि फिश फॉरच्यून प्रोडूस कंपनी के नाम से फर्जी कंपनी का गिरोह सक्रिय है, जो कि मछली पालन के नाम से 15 महीनों में पैसा दोगुना करने का लालच देकर प्रदेश के किसानों से ठगी कर रहा है। इस कंपनी के एजेंट अपनी कंपनी का मुख्यालय गुड़गांव बताते हैं, जो कि फर्जी है। इस कंपनी के एजेंट किसानों को अपने जाल मे फसांने के लिये पहले आधा एकड़ जमीन पर तालाब के लिए साढे पांच लाख की रकम निवेश करने का कहते हैं। जबकि दूसरे प्लान में किसानों से 11 लाख रुपए निवेश करने के लिए कहते हैं। दोनों ही योजना के मुताबिक किसानों को पैसा दोगुना करने का झांसा दिया जाता हैं।सुत्रों की माने तो देवेंद्र जायसवाल का असली नाम देवेद्र जाट है, लेकिन वह खुद को जायसवाल बताकर ठगी करता है। क्योंकि उसने छत्तीसगढ़ में भी कई किसानों को अपनी ठगी का शिकार बनाया था। इसकी शिकायत भी छत्तीसगढ़ के किसानों ने पुलिस से प्रशासन की थी।