भोपाल । बारिश शुरू होते ही राजधानी के प्रमुख मार्गों का डामर उखड़ने से गड्ढे हो गए हैं। राहगीरों को चलने में भारी परेशानी का सामना करना पड रहा है। लोग बदहाल सड़कों की समस्या से निजात पाने के लिए जगह-जगह गुहार लगा रहे हैं। इसके बावजूद भी सड़कों के गड्ढे नहीं भरे जा रहे हैं। वीर सावरकर सेतु से लेकर मिसरोद तक होशंगाबाद रोड का जगह-जगह डामर उखड़ गया है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के प्रवेश, ज्ञान-विज्ञान भवन, बागसेवनियां थाना, मिसरोद प्राथमिक अस्पताल, थाने के सामने सड़क का डामर उखड़ गया है। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सार्विस रोड पर गैस की पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। जगह-जगह सर्विस रोड खोदी जा रही है। इधर कोलार सर्किट हाउस से लेकर गोल जोड़ तक सड़क में नयापुरा, गेहूंखेड़ा, मंदाकिनी, मां काली मंदिर, बैरागढ़ चीचली, गोल जोड़ सहित कई जगह डामर उखड़ने से आधा-आधा फीट गहरे और तीन से चार फीट तक लंबे गड्ढे हो गए हैं।
बारिश का पानी भरने से वाहन चालकों को गड्ढे दिखाई नहीं देते हैं। इससे वाहन चालक फिसल कर गिर जाते हैं। 135 करोड़ के सीवेज नेटवर्क बिछाने का काम चलने से खोदाई के कारण सड़क बदहाल हुई है। पुराने शहर की हमीदिया रोड पर ट्रैफिक का दवाब अधिक रहता है। पीक आवर समय सुबह 10 से दोपहर 12 और शाम पांच से सात बजे तक 60 हजार से वाहन निकलते हैं। नादरा बस स्टैंड के पास, भोपाल टॉकीज, पुरानी सब्जी मंडी के सामने सहित कई जगह सड़क का डामर उखड़ने से लोगों का चलना दूभर हो गया है। लोग एक बार प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायत कर चुके हैं। कोलार नहर चौराहे से शाहपुरा मनीषा मार्केट तिराहे तक की सड़क में जगह-जगह डामर उखड़ने से गिटि्टयां सड़क पर बिछ गई हैं। इससे वाहनों चालकों को फिसलने का खतरा बना रहता है। इस सड़क से शाहपुरा के अलवा चूनाभट्टी, कोलार की आबादी रोजाना आवागमन करती है। सड़क पर गिटि्टयां बिछने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बावड़ियां कला दाना पानी के पास, सात नंबर मानसरोवर कांप्लेक्स से लेकर वीर सावरकर सेतु, भेल दशहरा मैदान से आइटीआइ, अन्ना नगर तिराहे से लेकर कस्तूरबा अस्पताल व पुराने शहर की नदीम रोड, जहांगीराबाद, पीर गेट, मोती मस्जिद, कमला पार्क, सुल्तानिया अस्पताल, शाहजहांनाबाद सहित कई सड़कों में जगह-जगह गड्ढे हैं। इस बारे में नगर निगम आयुक्त वीएस चौधरी कोलसानी का कहना है कि सड़कों के गड्ढे भरने का काम नगर निगम प्रशासन की ओर से कराया जाता है। बारिश में डामरीकरण कार्य नहीं कर सकते हैं। सीवेज व पानी की पाइपलाइन के लिए जिन सड़कों को खोदा गया है, उनकी मरम्मत भी कराने का काम किया जा रहा है। वहीं पीडब्ल्यूडी के एई अवेंद्र सिंह का कहना है कि पीडब्ल्यूडी डिवीजन दो की ओर से शहर की 40 किमी सड़कों का डामरीकरण कराया है। कोलार रोड सीवेज नेटवर्क लाइन बिछाने के लिए खोदी गई है। इसकी मरम्मत नगर निगम प्रशासन को संबंधित एजेंसी से कराना है। बाकी पीडब्ल्यूडी की सड़कें दुरुस्त हैं।