भोपाल । राजधानी के हमीदिया अस्पताल परिसर में हड्डी से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए प्रदेश का पहला उत्कृष्ट संस्थान बनाया जा रहा है। इसके लिए बहुमंजिला भवन बनाया जाएगा, जिसकी लागत 46 करोड़ रुपये होगी। इसके अलावा क्षेत्रीय श्वसन रोग संस्थान (पुराना टीबी अस्पताल) का उन्नयन किया जाएगा। इसके उन्नयन पर 42 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा पुराने शव गृह को गिराकर नया शव गृह बनाया जाएगा। इन सभी भवनों के लिए निर्माण के लिए प्रोजेक्ट इंप्लीमेंटेशन यूनिट (पीआइयू) ने टेंडर जारी कर दिए हैं। बता दें कि अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय ने 2018 में स्वास्थ्य सेवा से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए राशि मंजूर की थी, लेकिन राज्य वित्त समिति समेत विभिन्न जगह से मंजूरी लेने की वजह से निर्माण कार्य के लिए अब टेंडर जारी हो पाए हैं।
दो हजार बिस्तर के ब्लाक-एक के पास यह संस्थान बनाया जाएगा। इसमें नीचे छह फ्लोर तक बहुमंजिला पार्किंग रहेगी। ऊपर की तीन मंजिल पर उत्कृष्ट संस्थान रहेगा। इसमें ऑपरेशन थियेटर, फिजियोथैरेपी केंद्र, आइसीयू, स्पाइन सर्जरी की सुविधा रहेगी। हड्डी की बीमारियों से जुड़ी कठिन सर्जरी यहां पर की जा सकेंगी। भवन तैयार होने के करीब छह महीने बाद से उपकरणों की खरीदी की प्रकिया शुरू की जाएगी। वहीं मौजूदा शव गृह में जगह बहुत कम है। इस कारण एक करोड़ 12 लाख रुपये से दोमंजिला शव गृह बनाया जाएगा। यहां पर शव रखने के लिए नए फ्रीजर खरीदे जाएंगे। पुराने टीबी अस्पताल को क्षेत्रीय श्वसन रोग संस्थान बनाया गया है।
अब इसका उन्नयन किया जाएगा। यह फेफड़े के इलाज के लिए मध्य भारत का सबसे बड़ा संस्थान बनेगा। पुराने अस्पताल को गिराकर भूतल के साथ चारमंजिला भवन इसके लिए बनाया जाएगा। इसे बनाने में 42 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस संस्थान में फेफड़े से संबंधित सभी बड़ी जांचें, इलाज, सीटी स्कैन, स्लीप स्टडी और भविष्य में फेफड़ा ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू करने की भी योजना है। दो हजार बिस्तर के नए अस्पताल भवन के ब्लाक-2 के पीछे पानी की टंकी के पास बहुमंजिला भवन में नीचे के तीन फ्लोर में मल्टीलेवल पार्किंग, इसके बाद दो फ्लोर में दवा स्टोर और ऊपर की दो मंजिल पर अधीक्षक कार्यालय बनाया जाएगा। मौजूदा अधीक्षक कार्यालय का भी जार्णोद्धार किया जाएगा। पहले इसे गिराने की तैयारी थी, लेकिन ऐतिहासिक भवन होने की वजह से इसे और बेहतर बनाया जाएगा। इसे तैयार करने में 29 करोड़ रुपये खर्च आएगा।