बिलासपुर । धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले आर एस एस राम मंदिर ट्रस्ट घोटाले पर आखिर क्यों चुप है इन्होंने तो भगवान राम को भी नही छोड़ा …?राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट 10 मिनट में दो करोड़ में खरीदी गई जमीन 18:50 करोड़ में बेच दी रामजन्मभूमि राम मंदिर ट्रस्ट में लोगों ने मु_ी भर-भर चंदा दिया मगर ट्रस्टी चंदा चोर निकले..नियत के खोटे लोगों ने 2 करोड रुपए की ज़मीन 18.5 करोड़ में खरीद ली 16.5 करोड़ किसकी जेब गर्म कर रहे हैं? इसकी जांच होगी या फिर से चंदा मांगा जाएगा अयोध्या और उससे जुड़ा ट्रस्ट हिन्दू आस्था विश्वास का सवाल चंपत राय जी का प्रेस नोट सिर्फ दो सवाल पैदा करता।
क्या किसी ट्रस्ट को आपसी सहमति पर जमीन सर्किल रेट से कम मूल्य पर खरीद की छूट है उसी दिन उस जमीन को कई गुना मूल्य पर पुन:खरीद का अधिकार है,यदि ऐसा नहीं है तब क्या होगा जो श्रीराम का नहीं, वो किसी काम का नहीं बीजेपी ने तो अपना जमीर बेच दिया है, अब उत्तर प्रदेश की जनता तय करे, इन्हे किस चौराहे पर लाया जाए , राम जी के नाम पर घोटाला, मा गंगा के नाम घोटाला जिस गंगा मां के बुलाने पर यह पुत्र बनारस गया था वही गंगा आज लाशों से अटी पड़ी है संसद को प्रणाम करने वाले प्रधानमंत्री ने संसदीय परम्पराओ का कभी निर्वाह नहीं किया दल बदल कर सरकार बनाना, अपराधियों का भाजपा में शामिल होते ही वाल्मीकि बन जाना, मीडिया को प्रभावित कर निरंतर अपना गुणगान करवाना सत्ता प्राप्ति के लिए किसी हद तक जाना, कारपोरेट की जी हुजूरी और गरीबों से दो गज दूरी इस सरकार की नीति है।सात साल में अच्छे दिन तो आये नहीं पर इतने बुरे दिन भी देखना होगा लौटा दे मेरे बीते हुए दिन!