भोपाल । कोरोना वायरस से मरने वालों के परिजनों को एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की मुख्यमंत्री की घोषणा पर अभी तक अमल नहीं हो सका है। यह घोषणा 20 मई को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा विधायकों की वर्चुअल बैठक में की थी। इस घोषणा को तीन सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक कोई लिखित आदेश जारी नहीं हो पाया है। नतीजा यह है कि लोग अपने परिजनों की कोरोना से मृत्यु होने के बाद उनका मृत्यु प्रमाण पत्र, पॉजिटिव आने की रिपोर्ट और इलाज का बिल सहित अन्य दस्तावेज लेकर तहसील कार्यालयों के चक्कर काट रहे है।
कहीं से उन्हें कोई उचित जवाब नहीं मिल पा रहा है। आलम यह है कि अब तक अफसरों को इस योजना का लाभ कैसे दिया जाना है, इस संबंध में भी मौखिक आदेश भी जारी नहीं किया गया है। जहांगीराबाद निवासी शाहिद खान ने बताया कि उनके संस्थान में कार्य करने वाले तीन लोग कोरोना संक्रमित हुए, जिनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। लेकिन अब उनके परिजन यहां-वहां घूम रहे है। आवेदन कहां करना है और किस विभाग को नोडल अधिकारी बनाया गया है इस संबंध में भी जानकारी नहीं मिल पा रही है। बता दें कि सरकारी रिकार्ड के अनुसार कोरोना से 966 लोगों की हो चुकी है। वहीं एक लाख 22 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके है। वहीं मुख्यमंत्री बाल कल्याण योजना के तहत कोरोना में अनाथ हो चुके बच्चों को हर महीने पांच हजार रुपये जीवनयापन के लिए उपलब्ध कराने के लिए योजना लागू की गई थी। 22 साल की उम्र तक अनाथ हुए बच्चों को यह आर्थिक सहायता दी जानी है।
इस योजना का आदेश जारी हो चुका है। महिला एवं बाल विकास अधिकारी को इस योजना के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। अब तक इस योजना का लाभ पाने के लिए करीब 300 आवेदन आ चुके है। जिनकी स्क्रूटनी चल रही है। वर्तमान में किसी को योजना का लाभ नहीं दिया गया है। वहीं मुख्यमंत्री अनुग्रह योजना के तहत जिन लोगों की मृत्यु कोरोना संक्रमण के कारण हुई है, उनके परिवार को एक लाख रुपये का आर्थिक सहायता दी जानी है। 20 मई को इस योजना की घोषणा की गई थी लेकिन आज तक इसका आदेश जारी नहीं किया गया है। लोग दर-दर भटक रहे है। मुख्यमंत्री विशेष अनुग्रह योजना- इस योजना के तहत राज्य में कार्यरत सभी नियमित, सफाईकर्मी, दैनिक वेतनभोगी, संविदा, आउटसोर्स, अन्य सरकारी सेवक को पांच लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता कोरोना से मृत्यु के बाद उनके परिवारजनों को दी जानी है। इसके लिए संबंधित विभाग जिसमें सेवाएं दी जा रही है उसे नोडल बनाया गया है।
विभाग द्वारा कलेक्टर से स्वीकृति के बाद इस योजना का लाभ दिया जाएगा। इसके आदेश जारी हो चुके है लेकिन अब तक किसी विभाग से स्वीकृति के लिए आवेदन नहीं आया है। उधर मुख्यमंत्री कोरोना योद्धा योजना के तहत कोविड योद्धा की अपने कार्य के दौरान मौत होती है तो इनके परिजनों को 50 लाख रुपये का आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए अब तक 13 आवेदन आए थे लेकिन दो ही आवेदन स्वीकृत हुए है।मुख्यमंत्री अनुकंपा योजना के तहत सरकारी कर्मचारी की कोरोना से मौत के बाद उनके परिवार में किसी एक व्यक्ति को उनकी नौकरी दिए जाने का प्रविधान है। इसके आदेश जारी कर दिए गए है। वर्तमान में इसके लिए संबंधित विभाग के पास आवेदन आ रहे है। इस बारे में कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि फिलहाल शासन से आदेश नहीं आया है। निर्देश मिलने के बाद तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। अब तक मुख्यमंत्री कोरोना योद्धा योजना, बाल कल्याण योजना और विशेष अनुग्रह योजना के आदेश प्राप्त हुए है। जिन पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।