भोपाल । कोरोना मरीज कम होने के कारण हमीदिया अस्पताल का कोविड ब्लॉक-2 बंद कर दिया गया है। वहीं जिला अस्पताल जेपी का एक वार्ड भी बंद कर दिया गया है। हमीदिया में बंद किए गए वार्ड को सैनिटाइज करा दिया गया है। अब यहां पर पहले की तरह मेडिसिन के मरीजों को भर्ती किया जाएग। पहले इस ब्लॉक का एक वार्ड बंद किया गया था। अब पूरा ब्लॉक बंद कर दिया गया है। अभी कोविड-1 (ट्रामा एवं इमरजेंसी यूनिट) और कोविड ब्लॉक डी में मरीज भर्ती हैं। इस संदर्भ में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. लोकेन्द्र दवे ने बताया कि और मरीज कम होते हैं तो ब्लॉक-1 को भी बंद कर दिया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि ट्रामा के मरीजों को बेहतर इलाज हो सकेगा। अभी इमरजेंसी को पुराने सर्जरी वार्ड के पास शिफ्ट किया गया है।
इससे जुड़ी ओटी और आइसीयू नहीं होने की वजह से ट्रामा और इमरजेंसी के मरीजों को इलाज में दिक्कत हो रही है। एक्सरे और सोनोग्राफी के लिए मरीजों को दूसरी जगह लेकर जाना पड़ता है।हमीदिया के अलावा जेपी अस्पताल में भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए पहली मंजिल पर बना 75 बिस्तर का मेडिकल वार्ड बंद कर दिया गया है। यहां अब मेडिसिन के साधारण मरीजों को भर्ती किया जाएगा। हालांकि, 16 बिस्तर वाला कोरोना का आइसीयू अभी यहां चालू रहेंगा। फिलहाल अस्पताल में कोरोना के तीन मरीज भर्ती हैं। एम्स भोपाल में सोमवार से गैर-कोरोना मरीजों के लिए इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। एम्स की अधीक्षक डॉ. मनीषा श्रीवास्वत ने बताया कि हफ्तेभर में ओपीडी भी शुरू की जाएगी। हालांकि, शुरू में सीमित मरीजों को ही बुलाया जाएगा। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम (ओआरएस) के माध्यम से ओपीडी के लिए पंजीयन होगा, जिससे मरीजों की भीड़ न हो। बता दें कि कोरोना के चलते अप्रैल में पहले साधारण ओपीडी और ऑपरेशन बंद किए गए थे। इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर गैर-कोरोना मरीजों के लिए इमरजेंसी सेवाएं भी बंद कर दी गई थीं।