मुंबई । तेज गेंदबाज ऑलराउंडर अमूमन कम ही नजर आते हैं, इस तरह का टैलेंट हर टीम के पास नहीं होता। लेकिन भारतीय टीम के पास हार्दिक पांड्या के तौर पर एक ऐसा टैलेंट मौजूद है, लेकिन पांड्या इन दिनों गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं। हार्दिक के कमर की सर्जरी के बाद बल्लेबाजी कर रहे हैं, लेकिन गेंदबाजी नहीं कर पा रहे और इसका नुकसान सीमित ओवर के प्रारूप में टीम इंडिया को उठाना पड़ रहा है। पेस बॉलिंग ऑलराउंडर की कमी टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वनडे व टी20 सीरीज के दौरान साफ तौर पर महसूस हुई थी। हालांकि रवींद्र जडेजा टीम में बतौर स्पिन ऑलराउंडर हैं, लेकिन सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत के पास फिलहाल कोई भरोसेमंद तेज गेंदबाज ऑलराउंडर नहीं है।
हालांकि पांड्या जल्द से जल्द गेंदबाजी भी करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि, आइसीसी टी20 वर्ल्ड को ध्यान में रखकर उनकी क्या योजना है। उन्होंने कहा कि, मैं ये सुनिश्चित करना चाहता हूं, मैं टी20 वर्ल्ड कप 2021 में अपनी टीम के लिए हर मैच में गेंदबाजी करूं। मैं सिर्फ स्मार्ट बनने की कोशिश कर रहा हूं, यहीं कोशिश होगी कि, मैं ये मिस ना करूं। अब मेरा पूरा ध्यान टी20 वर्ल्ड कप पर ही है। पांड्या को भारतीय टेस्ट टीम से इस वजह से ड्रॉप कर दिया गया कि, फिलहाल वहां टीम के लिए ऑलराउंडर की भूमिका नहीं निभा रहे हैं। वहां फिलहाल अपनी फिटनेस पर और ज्यादा काम कर रहे हैं जिससे कि फिर से पहले की तरह से गेंदबाजी कर पाएं और टी20 वर्ल्ड कप में भारत के लिए ऑलराउंडर की भूमिका निभा पाएं।
पांड्या ने कहा कि, गेंदबाजी के मोर्च पर ये मायने रखता है कि मैं कितना फिट हूं। मेरी सर्जरी के बाद भी मैंने अपनी गति नहीं छोड़ी और मेरी गेंदबाजी का संबंध मेरी फिटनेस से है। मैं जितना फिट रहता हूं उतना ही ज्यादा योगदान मैं दे पाता हूं। मैं कभी भी अपनी 50 फीसदी फिटनेस पर नहीं खेलना चाहता। मैं जब भी खेलूंगा 100 फीसदी फिटनेस पर ही खेलूंगा। आपको बता दें कि, हार्दिक पांड्या अब श्रीलंका के खिलाफ वनडे व टी20 सीरीज में खेलते हुए नजर आएंगे।