भोपाल । टीकमगढ़ सांसद वीरेन्द्र खटीक की नाराजगी को भाजपा संगठन ने बेहद गंभीरता से लिया है। संगठन ने काम-धंधों को लेकर विवादों में रहने वाले नेताओं की कुंडली बनाना तैयार कर दिया है। जिसमें भाजपा विधायक और उनसे जुड़े लोगों की जानकारी जुटाई जा रही है। जो रेता रेत, पत्थर, जमीन, शराब एवं अन्य कारोबार से जुड़े नेताओं की बाकायदा सूची तैयार होगी। पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं के जरिए संगठन एवं सरकार को नेताओं के अवैध कारोबार की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। पिछले महीने टीकमगढ़ में आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में भाजपा विधायक राकेश गिरी का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें गिरी पार्टी के एक बड़े नेता के नाम से चंदा वसूली के खुलेआम आरोप लगाते सुनाई पड़ रहे हैं। इसी बैठक से जुड़े एक दूसरी वीडियो विधायक और सांसद विरेंद्र खटीक के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई। खास बात यह है कि बैठक में प्रभारी मंत्री सुरेश धाकड़ (सिंधिया समर्थक)जिले अन्य विधायक और अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक के बाद सांसद खटीक ने प्रदेश नेतृत्व को पत्र लिखकर नाराजगी जाहिर की।
सूत्रों के हवालें से खबर है कि आहत सांसद ने इस्तीफे की पेशकश तक कर डाली है। इसके बाद मुरैना, शिवपुरी, धार, इंदौर, सागर जिलों में पार्टी नेताओं से जुड़े विवाद भी सामने आए। साथ ही मलाईदार विभाग में हर महीने की बंदरवाट को लेकर भी नेताओं के विवाद सत्ता और संगठन तक पहुंचे है। सूत्र बताते हैं कि प्रदेश संगठन ने हाल ही में प्रदेश कारिणी की ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही संगठन अब निकट भविष्य में होने वाले निकाय, पंचायत एवं अगले विधानसभा चुनाव की रणनीति में जुट गया है। यही वजह है कि संगठन ने विधायक, सांसद एवं अन्य नेताओं के धंधों से जुड़ी जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है।
संगठन नहीं करता कार्रवाई
नेताओं के अवैध काम धंधों की शिकायतें पहले भी आती रही हैं। लेकिन संगठन इसमें किसी तरह का कोई दखल नहीं देता है। यदि किसी नेता की करतूत की वजह से पार्टी की छवि खराब हो रही है या फिर चुनाव में पार्टी को नुकसान की संभावना है, तब जरूर पार्टी दखल देती है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि चुनाव के दौरान नेताओं के कामधंधों की कुंडली खोली जाती है।
संगठन के पास पहुंच रहीं शिकायतें
प्रदेश संगठन के पास पार्टी नेता एवं कार्यकर्ताओं के जरिए गंभीर शिकायतें पहुंच रही हैं। जिसमें नेता एवं उनके रिश्तेदारों द्वारा सत्ता की आड़ में किए जा रहे अवैध कारोबार की शिकायतें शामिल हैं। सबसे ज्यादा शिकायत अवैध उत्खनन की है। इसमें भी नर्मदा नदी से रेत खनन की ज्यादा शिकायतें है। छतरपुर एवं पन्ना जिले में अवैध उत्खनन की शिकायतें मंत्रालय पहुंची हैं। रायसेन में भाजपा नेताओं के बेटे द्वारा कराए जा रहे खनन की शिकायतें पार्टी के ही दूसरे खेमे ने संगठन को भेजी है।