भोपाल । प्रदेश में मानसून की आमद के साथ ही बाढ से होने वाली मौतों का सिलसिला शुरु हो गया है। ताजे सीजन की बारिश के कारण सिंगरौली जिले के नदी और नाले उफान पर हैं। देर शाम सरई थाना कोनी गांव के चोनाईया नदी में अचानक बाढ़ आ गई जिसके कारण नदी पार कर रहे जयसवाल परिवार के चार सदस्य तेज बहाव में बह गए। हालांकि बहाव के बीच एक 9 वर्षीय बच्ची प्रियंका जयसवाल किसी तरह से नदी पार करने में सफल रही। जबकि उर्मिला जायसवाल उम्र 35 वर्ष की पानी में डूबने के कारण बीती शाम ही मौत हो गई थी । शनिवार की सुबह अनु देवी जयसवाल का शव रेस्क्यू मे जुटे एसडीआरएफ के जवानों के हाथ लगा है। जबकि अभी एक की तलाश की जा रही है । सरई थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया कि अभी एक महिला की तलाश की जा रही है जो तेज बहाव में पानी के साथ बढ़ गई थी। बताया गया है कि घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस टीम सहित बचाव दल पहुंच गया था। रात में चली सर्चिंग के दौरान जहां उर्मिला जयसवाल का शव बरामद कर लिया गया था। वही रात में अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू कार्य बंद कर दिया गया था। सुबह पुनः रेस्क्यू को कार्य शुरू किया गया इसके बाद अन्नू देवी जयसवाल का शव बरामद किया जा सका है ।एक अन्य महिला की तलाश की जा रही है। गौरतलब है कि जिले के सरई थाना क्षेत्र अंतर्गत कोनी गांव में रहने वाले लोग जंगल में लकड़ी काट कर अपनी जीविका चलाते हैं। गत दिवस जयसवाल परिवार की 3 महिला व एक बच्ची लकड़ी काटने के उद्देश्य जंगल में गई हुई थी जंगल में पहुंचने के लिए कोनी गांव के रहवासियों को नदी पार करके जाना पड़ता है वैसे तो यह नदी साल के 9 महीने सूखी रहती है लिहाजा इसे स्थानीय स्तर पर बरसाती नदी भी कहते हैं दोपहर में जब महिलाएं लकड़ी काटने के लिए जंगल में घुसी वहीं देर शाम बारिश शुरू हो गई। जिससे यह बारिश से बचने के लिए एक पेड़ के नीचे बैठ गई और बारिश के बंद होने का इंतजार करने लगी। बारिश बंद होने के बाद जब वह वापस लौटने लगी तो इन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि नदी में पानी आ चुका है बहाव भी तेज है। जैसे ही 3 महिलाएं और बच्चे नदी पार करने के लिए नदी में उतरे तेज बहाव के साथ बहने लगे हालांकि 9 वर्षीय बच्ची किसी तरह तैरकर बाहर आने में सफल रही वही तीन महिलाएं पानी के साथ बह गई।