बिलासपुर-
राष्ट्रीय जल मिशन जल शक्ति मंत्रालय द्वारा बारिश के पानी को संचय कर उसके उपयोग के लिए शुरू किए गए अभियान “कैच द रैन” अभियान की शुरूआत की गई है। जिसके तहत बारिश के पानी को हर तरीके से संचय करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसकी शुरूआत 22 मार्च को विश्व जल दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसी अभियान के तहत आज केंद्रीय शहरी एवं आवासन मंत्रालय द्वारा वर्चुअल वर्कशॉप का आयोजन किया गया था,जिसमें नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी समेत निगम के अधिकारी शामिल हुए। “कैच द रैन” अभियान का ध्येय वाक्य है “बारिश के पानी का संरक्षण, जहाँ भी संभव हो, जैसे भी संभव हो”। इसके तहत देश के सभी निकायों को कार्य करने तथा आमजन को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। इस अभियान की प्रमुख बिंदु वाटर हार्वेस्टिंग हेतु गड्ढे बनाना, छत पर RWHS का निर्माण करना और चैकडैम बनाने के लिये प्रोत्साहित करना। संचयन की भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिये अतिक्रमणों और टैंकों की सिल्ट को हटाना।पानी के उन चैनलों में से अवरोधों को हटाना जो जलग्रहण क्षेत्रों से पानी की आपूर्ति करते हैं।जल को वापस लाने के लिये पारंपरिक जल संचयन संरचनाओं जैसेकि, छोटे कुएँ और गहरे बड़े कुओं की मरम्मत करना शामिल है। आज हुए वर्चुअल वर्कशॉप में केंद्रीय शहरी एवं आवासन मंत्रालय के सचिव द्वारा दिशा निर्देश दिए गए,वर्कशॉप में वर्षा जल संचय के क्षेत्र में निगम द्वारा किए जा रहे कार्यों को केंद्रीय सचिव को जानकारी देते हुए बताया गया की निगम द्वारा अब तक शहर के 150 वर्गमीटर से अधिक के 3228 आवास जिसमें निजी तथा शासकीय भवन भी शामिल है उन्हें रैन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए लक्षित किया गया है। जिनमें से 2410 भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। शेष 388 भवनों में भी जल्द ही वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इनमें 480 ऐसे निजी भवन है जिनमें स्थान नहीं होने के कारण वाटर हार्वेस्टिंग का कार्य नहीं किया जा सकता।इसके अलावा निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए शहर के तालाबों का भी गहरीकरण किया जा रहा है। साथ ही बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा अरपा नदी के संवर्धन के लिए अरपा उत्थान एवं तट संवर्धन योजना पर काम किया जा रहा है,जिसमें नदी के पानी को पुनर्जीवित करने के लिए नदी में जमें सिल्ट को हटाने का काम किया जा रहा है, इसके अलावा नदी को दूषित होने से बचाने के लिए नदी के किनारे नाला भी बनाया जाएगा। आज के वर्कशॉप में निगम कमिश्नर के अलावा जीएम स्मार्ट सिटी पीएन साहू, अधीक्षण अभियंता नीलोत्पल तिवारी, ईई पीके पंचायती, सब इंजीनियर रमन छाबड़ा, कुमार नीतिश शामिल हुए।