लंदन । इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने युवा तेज गेंदबाज ऑली रोबिन्सन के निलंबन पर कहा है कि नस्लवाद के लिए समाज में कोई जगह नहीं है। इससे पहले इंग्लैंड व वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने रोबिन्सन को साल 2012 और 2013 में किये गये अपने नस्लीय ट्वीट्स के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से निलंबित कर दिया था जबकि रोबिन्सन ने अपने इन ट्वीट्स के लिए माफी तक मांग ली थी। हुसैन ने रोबिन्सन को नसीहत देते हुए कहा है कि नस्लवादी टिप्पणियों को स्वीकार नहीं किया जा सकता फिर चाहे ऐसा करने वाले की उम्र 18 साल हो या 28 साल।
उन्होंने कहा कि, ‘रोबिन्सन के ट्वीट्स किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं थे। इनकी वजह से ही उनके करियर का यादगार दिन दागदार हो गया।’ हालांकि हुसैन ने इस बात के लिए इस तेज गेंदबाज को सराहा कि उसने अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी है। पूर्व कप्तान ने कहा कि, ‘मैं ऐसा सोचता हूं कि हम एक क्रूर समाज में रहते हैं, जो यह स्वीकार नहीं कर सकता है कि एक 18 साल का युवा लड़का गलतियां भी कर सकता है। हम इस मामले में बहुत गलत साबित हुए हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि, ‘जब बात नस्लवाद की आती है तो मुझे लगता है कि इसकी कोई भी जगह नहीं है, साथ ही ऑनलाइन नफरत की भी हमें बिल्कुल जरूरत नहीं है, क्योंकि सुबह के चार बजे आप बीयर पीकर कुछ भी कहो, यह कतई स्वीकार्य नहीं है।’