कोरबा संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर छत्तीसगढ़ किसान सभा ने गांव-गांव में किसान विरोधी काले कानूनों की प्रतियां जलाई। इस विरोध प्रदर्शन के साथ पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण कर पर्यावरण दिवस भी मनाया।
छत्तीसगढ़ किसान सभा के जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर, जिला सचिव प्रशांत झा, सह सचिव दीपक साहू ने बताया कि पिछले साल 5 जून को ही इन किसान विरोधी कानूनों को अध्यादेशों के रूप में देश की जनता पर थोपा गया था। इन कानूनों का असली मकसद न्यूनतम समर्थन मूल्य और सार्वजनिक वितरण प्रणाली की व्यवस्था से छुटकारा पाना है। उन्होंने कहा कि देश में खाद्य तेलों की कीमतों में हुई दुगुनी वृद्धि का इन कानूनों से सीधा संबंध है। इन कानूनों के बनने के कुछ दिनों के अंदर ही कालाबाजारी और जमाखोरी बढ़ गई है। इसलिए ये किसानों, ग्रामीण गरीबों और आम जनता की बर्बादी का कानून है।
पर्यावरण दिवस के अवसर पर किसान आंदोलन को तेज करने के साथ पर्यावरण प्रदूषण की चुनौती को समझते हुए पौधारोपण अभियान चलाने का संकल्प भी किसान सभा के कार्यकर्ताओं ने लिया। पर्यावरण दिवस के अवसर पर किसान सभा के नेता जवाहर सिंह कंवर, प्रशांत झा, दीपक साहू ने विस्थापित ग्राम गंगा नगर में पौधा लगाने के साथ किसानों को पौधा भी वितरण किया। जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि पर्यावरण के मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाए।