भोपाल । विश्व पर्यावरण दिवस पर एक तरफ पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर पौधारोपण हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ राजधानी में वर्षों पुराने पेड़ों की बलि ली जा रही है। पर्यावरण संरक्षण करने प्रदेश के मुख्यमंत्री साल भर से रोजाना पेड लगा रहे हैं तो वहीं शिफ्टिंग के नाम पर हरे-भरे पेडों की बलि ली जा रही है। दरअसल, स्मार्ट सिटी द्वारा टीटी नगर क्षेत्र में शनिवार सुबह शिफ्टिंग के नाम पर करीब 80 पेड़ काटे गए, लेकिन उनका प्रत्यर्पण बेहतर ढंग से नहीं किया। टीटी नगर में एरिया बेस्ट डेवलपमेंट (एबीडी) प्रोजेक्ट के तहत निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें छह हजार से अधिक पेड़ों को हटाया जा रहा है। पूर्व में 800 पेड़ों की शिफ्टिंग की गई थी, लेकिन उनमें से अधिकांश पेड़ पुन: जीवित नहीं हो सके। बावजूद शनिवार को फिर 80 पेड़ों को शिफ्टिंग के नाम पुन: काटा गया। यह काम उस समय हो रहा था, जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्मार्ट रोड पर पौधा लगा रहे थे। पेड़ों को कटाई के बाद कलियासोत के जंगल में ले जाया गया, पर प्रत्यारोपण की निर्धारित प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। न तो गहरा गड्ढा खोदा गया और न ही खाद-पानी की व्यवस्था की गई। कई पेड़ों की तो जड़ें तक बाहर निकल आई थी। उक्त पेड़ों में अधिक 30 या इससे अधिक वर्ष पुराने हैं। बिना खाद-पानी या अन्य प्रक्रिया के गड्ढे खोदकर पेड़ों को गाड़ दिया गया। ऐसे में ये पेड़ पुन: पनप पाएंगे, इसमें संदेह है। पहले भी सैकड़ों पेड़ लापरवाही का शिकार हो चुके हैं।