भिलाई । सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के ऑक्सीजन प्लांट-2 ने अपने ऑक्सीजन आपूर्ति से देषभर में अनेक जाने बचायी है। कोविड के गंभीर मरीजों के जीवन बचाने में सेल-बीएसपी ने महती भूमिका निभायी है। कोरोना के इस संकटकाल में मानव ने ऑक्सीजन की असली मूल्य को जाना है। बीएसपी बिरादरी ने भी ऑक्सीजन के इस बढ़ते जरूरत को बड़ी सिद्धता से महसूस किया है। यही वजह है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने मेडिकल क्षेत्र में ऑक्सीजन की आपूर्ति को निर्बाध गति से कायम रखा। बीएसपी अस्पतालों के साथ-साथ देष के विभिन्न प्रदेशों को भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की है।
-भिलाई की एलएमओ बनी तमिलनाडु की जीवनरेखा
यह सर्वविदित है कि सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र अपने उत्कृष्ट कार्यों से पूरे देष में नया मुकाम हासिल किया है। जहां सेल-बीएसपी ने अपने क्वालिटी स्टील से देष को मजबूती दी है, वहीं कोरोना संकट में भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा उत्पादित ऑक्सीजन ने लाखो लोगों को जीवनदान दिया है। दिनांक 01 जून, 2021 को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट-2 से पुनः एक बार आईएसओ कन्टेनर में कुल 74.75 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भरकर तमिलनाडु के मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन को भेजा गया।
विदित हो कि दिनांक 29 मई, 2021 सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा संचालित ऑक्सीजन प्लांट-2 से पहली बार आईएसओ कन्टेनर में कुल 73 टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन भरकर तमिलनाडु के मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन को भेजा गया था। इन कन्टेनरों को ऑक्सीजन प्लांट ने भरने के बाद ट्रेलर पर लोड किया गया तत्पश्चात भिलाई-3 चरोदा स्थित रेल्वे यार्ड में कन्टेनर को भारतीय रेलवे की वैगन पर क्रेन की मदद से लोड कर तमिलनाडु के लिए रवाना किया गया।
-विभिन्न प्रदेशों के लिए जीवनरक्षक है भिलाई का ऑक्सीजन
संयंत्र से देश के विभिन्न प्रदेशों में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई किया जा रहा है। इनमें प्रमुख है-मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु तथा छत्तीसगढ़ आदि। भिलाई की इस्पात बिरादरी ने देश के विभिन्न भागों में निर्बाध आक्सीजन आपूर्ति को बनाये रखते हुए लोगों के जीवन बचाने की अपनी प्रतिबद्धता को बखूबी निभा रहा है।