मुंबई । भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज ने कहा है कि भारतीय पुरुष टीम के साथ इंग्लैंड की यात्रा करने से हमें उनके अनुभवों से सीखने को मिलेगा। मिताली ने कहा उनकी टीम के अधिकतर खिलाड़ी युवा है और उन्हें अनुभव नहीं है। वहीं पुरुष टीम को हर प्रारुप का अच्छा अनुभव है। ऐसे में हमें इंग्लैंड के खिलाफ 16 जून से शुरू होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच से पहले इस प्रारूप में आने वाली चुनौतियों के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। भारतीय महिला और पुरुष टीम एकसाथ ही इंग्लैंड दौरे पर रवाना होंगी। टीम का एक महीने का यह दौरा टेस्ट मैच के साथ शुरू होगा। मिताली ने कहा कि हमारी टीम की अधिकतर खिलाड़ियों में अनुभव की कमी है जबकि पुरुष टीम ने इंग्लैंड में हर प्रारुप में खेला है। ऐसे में पुरुष टीमों से सवाल पूछे जा सकते हैं।ज्यादातर लड़कियां पहली बार इस प्रारूप में खेल रही हैं। ऐसे में अगर वे पुरुष टीम से बात करें और अपने दौरे से जुड़ा अनुभव हासिल करें तो इससे उन्हें खेल में लाभ होगा।
गौरतलब है कि भारतीय महिला टीम सात साल के बाद पहली बार इंग्लैड जा रही है। । ब्रिस्टल में टेस्ट मैच के बाद टीम को दो टी20 और तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में भाग लेना है। वहीं पुरूषों की टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 जून से विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल खेलना है। मिताली ने कहा कि मुझे लगता है कि टेस्ट खेलना बहुत अच्छा है, चाहे वह घर पर हो या बाहर। अगर यह जारी रहता है तो बढ़िया है, क्योंकि इससे खिलाड़ियों को मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार टेस्ट खेलने वाली खिलाड़ियों के लिए भी अच्छा होगा। जो खिलाड़ी 2014 में टेस्ट टीम का हिस्सा थी वह अपना अनुभव साझा कर सकती है। मुझे लगता है कि इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर दो टेस्ट मैच होने से युवा खिलाड़ियां को काफी कुछ सीखने को मिल सकता है। आने वाले समय में यह इन खिलाड़ियों को इस दौरे का लाभ मिलेगा।