मुम्बई। भारतीय महिला एकदिवसीय और टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज अभी इंग्लैंड दौरे पर जा रही है। भारतीय टीम इस सीरीज की शुरुआत टेस्ट मैचों के साथ करेगी। भारतीय महिला टीम 7 साल के बाद टेस्ट मैच खेलेगी। टेस्ट मैचों के लिए भी मिताली को ही कप्तान बनाया गया है। इस सीरीज को लेकर मिताली राज ने कहा कि सभी युवा खिलाड़ियों और मेरे लिए भी टेस्ट मैच में दबाव नहीं रहेगा। हम काफी समय बाद लंबे फॉर्मेट में खेलेंगे और बेखौफ होकर खेलेंगे। मिताली ने ऑस्ट्रेलिया में होने वाले गुलाबी गेंद दिन-रात्रि क्रिकेट टेस्ट को लेकर भी खुशी जाहिर की है। मेरी निजी राय है कि महिला क्रिकेट टीम को लगातार टेस्ट मैच खेलने के लिए मिलने चाहिये। इस अनुभवी खिलाड़ी ने यह भी कहा कि वह नए कोच रमेश पोवार के साथ मिलकर टीम को मजबूत करने के लिए काम करेंगी। मिताली ने कहा कि कोच के साथ पिछले कार्यकाल के दौरान हुए मतभेद पुरानी बात है जिन्हें वह भूल गयी हैं। इससे पहले जब पोवार को दोबारा कोच बनाया गया तब यह अटकलें लगायी जाने लगीं कि इस मामले में मिताली का रुख कैसा रहता है।
मिताली ने कहा कि जो गुजर गया उसपर ध्यान नहीं दिया जा सकता। मुझे उम्मीद है कि कोच पोवार अपनी नई योजना के साथ आएंगे और हम दोनों मिलकर इस टीम को आगे ले जाएंगे। हम एक साथ मिलकर काम करेंगे और भविष्य के लिए और बेहतर टीम बनाएंगे क्योंकि अगले साल विश्वकप भी है। गौरतलब है कि 2018 टी20 विश्व कप के दौरान पोवार और मिताली के बीच विवाद हुआ था। 2018 के टी20 विश्व कप में भारत सेमीफाइनल में इंग्लैंड से हार गया था। तब सवाल यह उठ रहे थे कि इस मैच में मिताली को अंतिम एकादश में भी शामिल नहीं किया गया था जबकि पाकिस्तान और आयरलैंड के खिलाफ मिताली राज ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अर्धशतक जमाए थे। इसके बाद मिताली ने पोवार पर उनका करियर खत्म करने का आरोप लगाया था।