भोपाल । किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को रद किया जाए। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने भी ट्वीट करके कहा कि इतिहास में पहली बार हुआ है कि इतने लंबे समय तक किसान सड़कों पर बैठे हैं और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। लगभग सात सौ किसानों की आंदोलन में जान जा चुकी है। किसानों को राहत देने की जगह खाद, बीज और डीजल की कीमत में वृद्धि करके खेती की लागत दोगुनी कर दी है। उन्होंने सरकार से तीनों कानूनों को रदद करने की मांग करते हुए कहा कि हम किसानों के संघर्ष में साथ हैं। उधर तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन और भाजपा सरकार के विरोध में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने भोपाल स्थित शासकीय आवास पर काला झंडा लगाया। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ किसानों के धरने को बुधवार को छह माह पूरे हो रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके भोपाल के श्यामला हिल्स स्थित अपने आवास पर काला झंडा लगाए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान एकता मंच के धरने के छह माह पूरे होने पर मैंने उनके पक्ष में व भाजपा सरकार के विरोध में अपने आवास पर काला झंडा लगाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने फिर अनुरोध किया कि किसानों की मांग मानकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लिया जाए।