भोपाल । बंगाल की खाड़ी से उठा तूफान यास कमजोर पड़ते हुए अवदाब के क्षेत्र में तब्दील हो रहा है। यास तूफान वर्तमान में उड़ीसा से उत्तर, उत्तर- पश्चिम दिशा में आगे बढ़ गया है। मध्यप्रदेश में इस तूफान का विशेष असर देखने में नहीं आया। हालांकि इसके प्रभाव से गुरूवार को मध्य प्रदेश के पूर्वी इलाके में स्थित शहडोल, रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। उधर तूफान का प्रभाव नहीं पड़ने के कारण नौतपा के दूसरे दिन बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान मंगलवार के मुकाबले एक डिग्री बढ़ गया। प्रदेश के अन्य जिलों में भी तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। प्रदेश में सबसे अधिक 43 डिग्रीसेल्सियस तापमान रायसेन में दर्ज किया गया। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरूवार को भी राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवा का रूख पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ ही अरब सागर से कुछ नमी भी मिल रही है। इसके अतिरिक्त मराठवाड़ा से कर्नाटक तक एक ट्रफ भी बना हुआ है। इस वजह से इंदौर संभाग और उसके आसपास के जिलों में बौछारें पड़ने की संभावना भी बनी हुई है। शुक्ला के मुताबिक 28 मई तक तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला बना रहेगा। इसके बाद बादल छाने और गरज-चमक की स्थिति बनने की भी संभावना है।मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 40.8 डिग्रीसे. दर्ज किया गया। जो सामान्य रहा। साहा के मुताबिक नौतपा का समय होने के कारण राजधानी में सुबह से ही धूप के तेवर तीखे रहते हैं, लेकिन हवा में कुछ नमी आने के कारण दोपहर के बाद आांशिक बादल छाने लगते हैं। इस वजह से अधिकतम तापमान में अपेक्षाकृत बढ़ोतरी नहीं पा रही है। हालांकि गुरूवार को अधिकतम तापमान में कुछ और बढ़ोतरी होने की संभावना है।