भोपाल । कोरोना मरीजों के इलाज में काम आने वाले रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले जेके अस्पताल की आईटी सेल के मैनेजर आकाश दुबे को पुलिस ने कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है। पुलिस ने जेके अस्पताल प्रबंधन को एक पत्र भेजकर जबाव मांगा है। जिसमें कहा कि गया है कि आकाश दुबे आईटी सेल का मैनेजर होने के बाद इंजेक्शन की जबावदारी उसे कैसे दी गई। साथ ही इंजेक्शन की रकम आकाश अपने खाते में मंगवाता था। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने उसे अधिकृत किया था या नहीं। आकाश से पुलिस उसके साथियों के नाम नहीं उगलवा पाई है। पुलिस को वह एक ही बात कह रहा है, जो किया उसने ही किया है। उसने पुलिस को सिर्फ इतना बताया कि रात की इमरजेंसी के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन का स्टाक मिलता था। उसमें से ही वह इंजेक्शन लेकर बेचता था। इधर, तीसरी आरोपित शालिनी वर्मा भी पुलिस के हाथ लग गई। पुलिस के अनुसार आकाश दुबे को बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया था। उसका एक जून तक रिमांड मांगा गया था। न्यायालय ने तीन दिन का रिमांड दिया है। इस अवधि में आरोपी के बैंक स्टेटमेंट लिए जा रहे है। इसमें देखा जाएगा कि आरोपित ने किन-किन लोगों से इंजेक्शन बेचने के बाद खाते में पैसे लिए है। जिन लोगों ने पैसे दिए है, उन्हें बुलाया जाएगा। कोलार पुलिस ने जेके अस्पताल में काम करने वाले नर्स शालिनी वर्मा को भी रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने के मामले में बुधवार को छिंदवाडा से गिरफतार कर लिया है। वह 23अप्रैल से फरार थी, वह अपने प्रेमी के साथ मिलकर यह काम करती थी। वह मरीजों को नार्मल स्लाइन लगाकर इंजेक्शन अपने प्रेमी को देकर बाजार में बेच देती थी। उसका प्रेमी झलकन मीणा को पूर्व में पुलिस गिरफतार कर चुकी है। वह जेके अस्पताल में मेल नर्स था। वह अभी जेल में है।मालूम हो कि कोलार पुलिस ने गत 14 मई को रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वालों का खुलासा किया था। जेके अस्पताल की आईटी सेल का मैनेजर आकाश दुबे अस्पताल से अपने तीन दोस्तों को रेमडेसिविर इंजेक्शन उपलब्ध करवाता था। अंकित, आकर्ष व दिलप्रीत को गिरफ्तार कर उनके पास से पांच इंजेक्शन बरामद किए थे। अंकित सलूजा ने कबूल किया था कि 28 अप्रैल को उसके एक रिश्तेदार को कोरोना संक्रमण हो गया था, उसे इंजेक्शन की जरूरत पड़ी, तो उसने आकाश दुबे से 28 हजार में एक इंजेक्शन लिया था। उसके बाद 8 मई को उसने पांच रेमडेसिविर इंजेक्शन 80 हजार रूपये में लिए थे। इसके बाद पांच इंजेक्शन आकाश दुबे से लेकर किसी को बेचने के लिए आए थे। इंजेक्शन बेचने में कामयाब हो पाते, उससे पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा भी उसने इंजेक्शन बेचे हैं।