भोपाल । कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों को भर्ती करने भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म छह पर खड़े मोबाइल आइसोलेशन कोच अब खाली हो गए हैं। इन मोबाइल आइसोलेशन कोचों में वर्तमान में एक भी मरीज भर्ती नहीं है। ये कोच स्थानीय प्रशासन की मांग पर रेलवे ने खड़े किए हैं। इनमें कोरोना संदिग्ध और कोरोना संक्रमित सामान्य मरीजों को आइसोलेट करके रखने की सुविधा है। अब इन कोचों में एक भी संक्रमित भर्ती नहीं है इसे देखते हुए प्रशासन से चर्चा करने के बाद रेलवे इन कोचों को हटाकर यार्ड में खड़ा करेगा। हालांकि इसमें समय लग सकता है जब ये कोच हटा दिए जाएंगे तो भोपाल स्टेशन का प्लेटफार्म छह सामान्य यात्रियों के आवागमन के लिए शुरू कर दिया जाएगा। अभी कोरोना संक्रमित और संदिग्धों को भर्ती करने के लिए इस प्लेटफार्म पर खड़े किए गए मोबाइल आइसोलेशन कोचों के चलते सामान्य यात्रियों का आवागमन बंद है। जब कोच हटा दिए जाएंगे तो यात्रियों को सहूलियत होगी। बता दें कि अप्रैल माह के शुरुआत में संक्रमण के अधिक मामले सामने आ रहे थे। जेपी और हमीदिया अस्पताल समेत दूसरे अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे थे। इस स्थिति को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने रेलवे से मोबाइल आइसोलेशन कोच मांगे थे। इन कोचों में 300 से अधिक मरीजों को भर्ती करने का की व्यवस्था है। शुरुआत में यहां कुछ संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया था जिनकी संख्या 35 तक पहुंची थी उसके बाद मरीज धीरे-धीरे ठीक होकर घर चले गए। वर्तमान स्थिति में एक भी मरीज भर्ती नहीं है। मालूम हो कि प्रदेश भर में एक जून से कोरोना कर्फ्यू हट जाएगा। लोग अपने-अपने कामों के लिए एक से दूसरे शहरों में आना-जाना करेंगे। इस तरह भोपाल स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बढ़ेगा। ऐसे में प्लेटफॉर्म 6 पर आवागमन शुरू करने की जरूरत पड़ेगी। यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए रेलवे प्रशासन अब इन मोबाइल कोचों को वहां हटाने के बारे में विचार कर रहा है।