भोपाल । प्रदेश में करीब आधा दर्जन नए निजी विश्वविद्यालय खोले जाएंगे। इस संबंध में मप्र निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की गुरुवार को आयोजित 166वीं बैठक में निर्णय लिया गया। इसमें नए विवि स्थापित करने के लिए मंजूरी देने और फीस को लेकर तीन प्रस्ताव उच्च शिक्षा विभाग को भेजे गए हैं। वहीं निजी विवि की तीन सत्रों की फीस निर्धारित कर दी गई है। पिछले साल से दस फीसद फीस विश्वविद्यालयों के कम किए गए हैं। बैठक में करीब डे.ढ दर्जन बिंदुओं का एजेंडा निर्णय करने रखा गया। वहीं बैठक में फर्नीचर खरीदी को लेकर सचिव व सदस्यों के बीच बहस भी हो गई। दरअसल, विवि आयोग के सचिव केपी साहू ने बिना आयोग की स्वीकृति के करीब एक लाख रुपये का फर्नीचर खरीद लिया, जिसकी पहले अनुमति नहीं ली गई। गुरुवार को हुई सभा में फर्नीचर खरीदने का एजेंडा शामिल किया गया। इसमें आयोग सदस्यों ने आपत्ति ली कि बिना स्वीकृति के फर्नीचर क्यों खरीदा गया है। इससे लेकर सदस्यों और सचिव में काफी गहमागहमी हो गई। इसके अलावा भोपाल में साईंनाथ एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन के विवादित होने पर चर्चा की गई। आयोग में भोपाल में टाईम्स विवि, शिवपुरी में डॉ. प्रीति ग्लोबस विवि, इंदौर में एलएनसीटी विद्यापीठ, जबलपुर में हितकारणी सभा के विवि और सीहोर में एक निजी विवि की स्थापना करने के प्रस्ताव आएं। बैठक में विभाग को प्रस्ताव भेजने की स्वीकृति दी गई है। वहीं अजीत प्रेमजी फाउंडेशन के निजी विवि को स्थापित करने के लिए शासन के आशय पत्र में एक साल की वृद्धि भी दी गई है। विवि को नए कोर्स और वर्तमान में संचालित कोर्स की सीटों में बढ़ोतरी पर मंजूरी मिल चुकी है। इस बारे में मप्र निजी विवि विनियामक आयोग के अध्यक्ष भारत शरण सिंह का कहना है किआयोग की बैठक में नए विवि की स्थापना और फीस निर्धारण सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। शासन को नए विवि खोलने का प्रस्ताव भेज दिया गया है। पिछले साल से विश्वविद्यालयों की फीस दस फीसद कम की गई है।