भोपाल । प्रदेश के अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। यह बारिश हो रही टाक्टे तूफान के असर से। प्रदेश के आसमानों पर बादल बने रहने और तेज रफ्तार से हवाएं चलने के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी गिरावट भी हुई है। इसी क्रम में गुरूवार को राजधानी में अधिकतम तापमान 34.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से छह डिग्रीसे.कम रहा। इसके पूर्व 22 मई 2006 को अधिकतम तापमान 34.6 डिग्रीसे. रिकार्ड हुआ था। अमूमन मई माह में लू के हालात बनते हैं, लेकिन वर्तमान में सुबह और रात के समय वातावरण में सिहरन महसूस हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बौछारें पड़ने, बादल बने रहने के कारण तापमान गिरा है। हवा की रफ्तार भी अधिक हाेने से सिहरन महसूस हो रही है। तूफान समाप्त होने जा रहा है। शुक्रवार से तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी।मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुरूवार को अधिकतम तापमान में बुधवार (35.2 डिग्रीसे.) की तुलना में 0.6 डिग्रीसे. की कमी दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से पांच डिग्रीसे. कम रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि चक्रवाती तूफान टाक्टे वर्तमान में अवदाब के रूप में दक्षिण-पश्चिम उप्र में सक्रिय है। इसके शुक्रवार तक कमजोर पड़कर ऊपरी हवा के चक्रवात में तब्दील होने की संभावना है। इसका प्रभाव कम होने से अब बादल छंटने लगेंगे। साथ ही प्रदेश में अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्रीसे. तक की बढ़ोतरी होने लगेगी।मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि टाक्टे के प्रभाव के कारण राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश हुई। बादल बने रहने और तेज रफ्तार से हवाएं चलने के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसी क्रम में गुरूवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सतना में 9.0, मंडला में 2.0, ग्वालियर में 0.4 मिलीमीटर बारिश हुई। प्रदेश में सबसे अधिक 38 डिग्रीसे. तापमान खंडवा, खरगोन और रायसेन में दर्ज किया गया।